PATNA : राजधानी पटना के सैदपुर स्थित प्रेमचंद रंगशाला के बाहर नगर निगम द्वारा कचरा डंप किया जा रहा है, जिससे आसपास रहने वाले लोग और नाटक के रिहर्सल करने वाले कलाकर परेशान हो जाते हैं। कायण यह है कि रंगशाला से सटे निगम ने कचड़ा डंपिंग यार्ड बना दिया है जिससे आने वाली दुर्गध रंगकर्मियों को परेशान कर देती है। यही वजह है कि प्रेमचंद रंगशाला की बुकिंग भी इसके कारण प्रभावित होती है।

हालांकि इसके लिए सरकारी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया है लेकिन, अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई। लंबे समय से पास के कचड़ा डंपिंग यार्ड से आने वाली दुर्गध से परेशान हैं। इस गंदगी के कारण अक्सर ही कलाकार बीमार हो जाते हैं। कलाकारों ने कहा कि संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा है लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एक युवा रंगकर्मी का कहना था कि इस कचरे से आने वाली दुर्गंध से प्रेमचंद रंगशाला परिसर खड़ा होना भी कई बार मुश्किल हो जाता है। इस सुंदर कैंपस में इस दुर्गंध के कारण लोग आना नहीं चाहते।

कलाकार हो रहे हैं परेशान

युवा नाट्य कलाकार मृगांक ने बताया कि निगम द्वारा कचरा डंप करने से प्रेमचंद रंगशाला में दिन प्रति दिन गंदगी पसर रही है। और हवा द्वारा रिहर्सल के वक्त गंदगी शरीर के अंदर प्रवेश कर रही है, ये कलाकारों के परेशानी का कारण बन गया है, पर निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

ऐसे करते हैं रिहर्सल

पे्रमचंद रंगशाला में नाटक करने वाले कलाकार इन दिनों मुंह में पट्टी बांध कर रिहर्सल करने पर

मजबूर हैं, युवा नाट्य कलाकार कुणाल सिकंद ने बताया कि रिहर्सल सेट के नजदीक कचरा डंप होने की वजह से रिहर्सल के वक्त दुर्गध आता रहता है, जिस वजह से हम लोग मुंह में पट्टी बांध कर रिहर्सल करते हैं।

बन गया कचरे का पहाड़

सैदपुरा निवासी विनोद मिश्र ने बताया कि प्रेमचंद रंगशाला व स्टेडियम के बीच की जमीन पर कचरे का पहाड़ बन गया है। इस मुसीबत को वो आम लोगों के मत्थे डाल रहे हैं। कचरा डंप करने के विरोध में निगम के कर्मियों व स्थानीय लोगों के बीच हाथा पाई तक की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। लेकिन, फिर भी निगम बाज नहीं आता।

रंगशाला के बाहर कचरा डंप होने से कलाकार परेशान हो रहे है, निगम को इस मामले में लिखित रूप से बताया गया है।

-आलोक धन्वा, अध्यक्ष संगीत नाटक अकादमी

Posted By: Inextlive