Patna : इंजीनियर डॉक्टर आईएएस आईपीएस और अब इंटरटेनमेंट किंग. बदलते इंडिया में बिहार की छवि को बदलने की कोशिशों के दौरान बड़ा चेंज तब दिखने लगा जब अचानक इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर बिहारियों की धाक जमने और दिखने लगी.

बिहारी सब पर भारी
मल्टी चैनलों के वक्त में टेलीविजन को बॉलीवुड से बड़ा मार्केट और प्लेटफॉर्म बना दिया, तो अचानक बिहारियों का प्रभाव भी दिखने लगा है। आंसू निकालते डेली सोप्स, गुदगुदाने वाले कॉमेडी शोज, नाचने-गाने वाले इंटरटेनमेंट शो या फिर उटपटांग हरकतें करवाने वाले रियलिटी शोज, बिहारी सब पर भारी दिख रहे हैं।

बिग-बी भी हुए अंशु के दीवाने
करोड़पतियों की नई खेप में बिहारियों का दबदबा बढ़ रहा है। केबीसी 5 में दो बिहारी करोड़पति बने, तो नये सीजन के दूसरे हफ्ते में ही एंट्री पा ली है एक और बिहारी अंशु प्रभा ने। केबीसी 6 में भागलपुर की अंशु प्रभा ने बिहार का नाम दर्ज करवा दिया है। एमबीए करने के बाद कांपटीशन की तैयारी कर रही अंशु को हॉट सीट पर बैठने का मौका मिल चुका है। अंशु का मानना है कि अगर मेहनत और लगन से कोई काम किया जाए, तो कोई भी काम कठिन नहीं है।

इंडियन आइडल की लता दी
पिछले कुछ सालों में सिंगिंग शोज के बढ़ते दबदबे ने टीवी पर बिहारियों का कब्जा बढ़ाने में भी हेल्प की है। इंडियन आइडल के इस साल के सीजन में पटना की ऋतिका राज का नाम सबसे खास रहा। डॉन बॉस्को एकेडमी के नौंवी क्लास की स्टूडेंट ऋतिका को खिताब जीतने का मौका तो नहीं मिला, पर उसके सिंगिंग टैलेंट ने सभी बड़े सिंगर्स को अट्रैक्ट किया। टॉप 5 तक पहुंचने वाली ऋतिका के लिए सबसे बड़ा दिन वह साबित हुआ, जब उसकी आवाज की तुलना आशा भोंसले ने लता मंगेशकर से की।

श्रृति बनी सौभाग्यवती
डेली सोप में एक्ट्रेसेज का जितना दबदबा होता है, उससे उन पर प्रेशर भी अधिक होता है। दरभंगा की रहने वाली श्रृति झा इंडियन डेली सोप क्वीन बनने की राह में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। 'सौभाग्यवती भव:' सीरियल की लीड एक्ट्रेस श्रृति की एक्टिंग और उनके अंदाज ने दर्शकों को सीरियल से बांधे रखा है। श्रृति इससे पहले धूम मचाओ धूम, ज्योति, शौर्य और सुहानी, रक्त संबंध, जिया जले जैसे सीरियल में भी काम कर चुकी हैं।

गुरमीत की एक झलक है काफी
बिहार में रहें या बिहार से बाहर, बिहारियों का दबदबा दिख ही जाता है। चंडीगढ़ में सेटल एक बिहारी फैमिली में जन्मे गुरमीत चौधरी टेलीविजन में ट्रेंड ब्रेकर की तरह हैं। पुरानी रामायण के राम बने अरुण गोविल भले ही अपनी छवि से बाहर ना निकल सके, लेकिन रामायण के नए फॉर्मेट के राम बने गुरमीत अपनी छवि तो बदली ही, दूसरी पहचान भी बना ली। गीत, पुनर्विवाह, मायावी में एक्टिंग के अलावा गुरमीत झलक दिखला जा 5 के बेहतरीन कंटेस्टेंट भी रहे हैं।

From crores to cha-cha-cha
एक आम इंसान से पहले करोड़पति, फिर सेलिब्रिटी बनने का कारनामा करने वाले सुशील बिहार में चंपारण के रहने वाले हैं। सुशील ने केबीसी के पिछले सीजन में पांच करोड़ रुपए तो जीते ही, उसके बाद से टीवी पर लगातार छाए हैं। झलक दिखला जा 5 में सुशील ने ना सिर्फ एंट्री पाई, बल्कि इस दौरान उनके परफारमेंस ने जजेज और पब्लिक सभी को खूब इंटरटेन किया। इसके अलावा सुशील की जिंदादिली ने टीवी पर विज्ञापनों में दखल दिया ही, सेंट्रल गवर्नमेंट के ब्रांड अंबेस्डर भी बन गए।

चांद छुपा से रामायण तक
सिंगिंग के लिए ट्राई करते-करते नेहा सरगम एक्ट्रेस बन गयी। पटना यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन करने वाली नेहा सरगम आज छोटे पर्दे पर रामायण के नए फॉर्मेट में सीता का कैरेक्टर प्ले कर रही हैं। नेहा ने अपने एक्टिंग कॅरियर की शुरुआत 'चांद छुपा बादल में' से की थी। इसके अलावा नेहा ने इंडियन आइडल के लिए भी दो बार ऑडिशन दिया था। सीता के कैरेक्टर को लेकर नेहा एक्साइटेड भी हैं और होपफुल भी। वैसे भी पुराने सीरियल में सीता का कैरेक्टर जिस हद तक पॉपुलर था, उसने नए फॉर्मेट को मुश्किल बना दिया। नेहा इसके लिए तैयार भी हैं और उनके कैरेक्टर की पॉपुलैरिटी इस तैयारी को दिखाती भी है।

अपनी प्यारी हिटलर दीदी
बोल्ड एंड ब्यूटीफुल हैं रति पांडेय। 'हिटलर दीदी' सीरियल की सेंट्रल कैरेक्टर रति, पटना की ही रहने वाली हैं। टीवी पर भले ही कॅरियर बहुत लंबा नहीं रहा है, पर अपनी शुरुआत में ही रति ने सभी स्टैब्लिश्ड एक्ट्रेसेज के लिए खतरे की घंटी बजा दी। अपने छोटे से कॅरियर में ही कई अवाड्र्स जीत चुकी हैं। 2009 में यंग अचीवर अवार्ड से लेकर हिटलर दीदी सीरियल के लिए 2011 में दो अवाड्र्स रति पांडेय ने जीते हैं। रति ने हिटलर दीदी से पहले शादी स्ट्रीट, हर घर कुछ कहता है, मिले जब हम तुम जैसे सीरियलों में भी काम किया है।

Glorious past
अशोक कुमार
इंडियन टेलीविजन पर पहला सोप-ओपेरा 'हमलोग' था, जो 1984 में टेलीकास्ट हुआ। 154 एपिसोड वाले इस डेली सोप, उस समय का सबसे लंबे समय तक चलने वाला डेली सोप बना। यह सीरियल भी बिना बिहारी के अधूरा था, क्योंकि इसके नैरेटर थे इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के वेटरन एक्टर अशोक कुमार। बिहार के भागलपुर से ताल्लुक रखने वाले अशोक कुमार ने इस सीरियल को ना सिर्फ एक्टिवेटेड रखा, बल्कि उसे उंचाइयों तक भी पहुंचाया। यह सीरियल दूरदर्शन ने लांच किया था, जिसे बाद में सोनी टीवी ने री-टेलीकास्ट किया।

शेखर सुमन
मल्टी टैलेंट के नाम अगर किसी टेलीविजन एक्टर का नाम जाना जाएगा, तो उसमें शेखर सुमन का नाम कोई भूल नहीं सकता। पटना के रहने वाले शेखर सुमन ऐसे एक्टर रहे हैं, जिन्होंने शुरुआत 'रिपोर्टर' जैसे सीरियस सीरियल से की, लेकिन बाद में कॉमेडी शोज के बेताज बादशाह बन गए। टीवी के साथ फिल्मों और पॉलिटिक्स में एक अलग पहचान बना चुके शेखर ने 'मूवर्स एंड शेकर्स' की होस्टिंग के साथ कई शोज को जज किया है। झलक दिखला जा 4 में शेखर कंटेस्टेंट भी रहे हैं।

मनोज बाजपेयी
सत्या, अक्स, शूल, राजनीति से लेकर गैंग्स ऑफ वासेपुर तक, हर फिल्म में सबसे पहला ध्यान खींचने वाले शख्स हैं मनोज बाजपेयी। बिहार के चंपारण के रहने वाले मनोज ने भी अपने कॅरियर की शुरुआत टीवी से की थी। वे वैसे चंद लोगों की फेहरिस्त में शामिल हुए, जिन्होंने छोटे पर्दे से बड़े पर्दे की दूरी ना सिर्फ तय कर ली, बल्कि सक्सेस भी पाई। मनोज ने 'स्वाभिमान' सीरियल से अपनी शुरुआत की और बाद में बॉलीवुड के सबसे सेंसिबल एक्टर्स में शुमार हुए।

 

Posted By: Inextlive