नाम निकालने के लिए फार्मासिस्ट ने पुलिस अफसरों को दिया हलफनामा
allahabad@inext.co.in
ALLAHABAD: इन लोगों ने मेरे ऊपर हमला नहीं किया है। जल्दबाजी में हमने इनका नाम दे दिया था। एफआईआर से इनका नाम निकाल दिया जाय। पुलिस अफसरों को दिए हलफनामे में यह बात फार्मासिस्ट राजेंद्र कनौजिया व उसके परिजनों ने कही है। दरअसल कुछ दिन पूर्व दिनदहाड़े कर्नलगंज में कमिश्नरी गेट के सामने राजेंद्र को गोली मारी गई थी। घटना के बाद अस्पताल में भर्ती फार्मासिस्ट ने तीन लोगों को नामजद किया था। इनमें से दो को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही थी। बुधवार को राजेंद्र द्वारा दिए गए हलफनामे ने पुलिस की मुसीबत बढ़ा दी है। अब पुलिस को नए सिरे से केस की जांच करनी पड़ेगी।

अब खुलासे की चुनौती
झूंसी एरिया के हवेलिया गांव निवासी मुनीम कनौजिया का बेटा राजेंद्र कनौजिया मम्फोर्डगंज स्थित डॉ। चंद्रा की क्लीनिक में फार्मासिस्ट का काम करता है। सोमवार को वह बाइक से क्लीनिक जा रहा था। कमिश्नरी गेट के सामने बाइक सवारों ने उसे गोली मार दी थी। कमर के नीचे गोली लगने से राजेन्द्र लहूलुहान होकर गिर पड़ा। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में हमलावरों की फुटेज कैद हो गई। फुटेज में हमलावर गमछे से चेहरा ढके हुए थे। अस्पताल में भर्ती फार्मासिस्ट ने कर्नलगंज थाने में संगम लाल, लालमणि व सूबेदार के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने संगम लाल व सूबेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया। इसी बीच फार्मासिस्ट राजेन्द्र कनौजिया ने हलफनामा देकर हड़कंप मचा दिया। अब केस अज्ञात हमलावरों पर आकर अटक गया है और असली हमलावरों को पकड़ने का बड़ा चैलेंज पुलिस के सामने खड़ा हो गया है।

भुक्तभोगी ने हलफनामा देकर नामजद किए गए लोगों को निर्दोष बताया है। अब मामले में नए सिरे से जांच की जाएगी। पुलिस केस के हर पहलू पर पड़ताल करेगी।

बृजेश श्रीवास्तव, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive