-सीएमओ से शिकायत अब वापस करनी होगी इलाज की वसूली गई रकम।

- तमाम शिकायतों के बाद जागा प्रशासन, दो लोगों की हो चुकी है मौत

केस स्टडी 1

फरीदपुर निवासी भवानी प्रसाद ने सीएमओ को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उन्हें कूल्हे से संबंधित समस्या थी। इलाज के लिए वह शहर के स्टेडियम रोड स्थित एक हॉस्पिटल में गए। यहां उनका इलाज तो किया गया लेकिन आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद करीब 12 हजार रुपए ले लिए गए।

केस स्टडी 2

शहर के बारादरी निवासी मुनीश कुमार कैंसर के इलाज के लिए सांई हॉस्पिटल में गए थे। हॉस्पिटल में उन्होने कार्ड दिखाया। उन्हें जो बीमारी है उसका ट्रीटमेंट आयुष्मान योजना में शामिल है इसके बाद भी प्रबंधन ने दवाएं देने के बाद 5 हजार ले लिए।

बरेली : ये दो केस तो बानगी भर हैं। इस तरह की शिकायतें लेकर आयुष्मान योजना के कार्ड धारक सीएमओ के पास पहुंच रहे हैं। शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में पीएम की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाया जा रहा है। कहीं कार्ड देखने के बाद पेशेंट को एडमिट करने से ही इनकार दिया जा रहा है तो कहीं कार्ड दिखाने के बावजूद मोटा बिल वसूला जा रहा है। लेकिन अब इन प्राइवेट हॉस्पिटल संचालकों पर हेल्थ डिपार्टमेंट का शिकंजा कसने लगा है। सीएमओ ने शहर के छह हॉस्पिटल्स को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। मामले की जांच के बाद हॉस्पिटल्स से रिकवरी कर पेशेंट को रकम वापस कराई जाएगी।

शिकायतों के बाद जागा महकमा

पिछले छह माह में सीएमओ डॉ। विनीत कुमार शुक्ला के पास ऐसे तमाम मरीज पहुंचे जो की आयुष्मान कार्ड धारक हैं, बावजूद इसके उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल ने इलाज तो दिया लेकिन इसकी मोटी रकम भी वसूल की। ऐसे हॉस्पिटल्स को नोटिस जारी किया गया है।

एक भी पेशेंट को नहीं दिया इलाज

हेल्थ डिपार्टमेंट से प्राप्त आंकड़ों की माने तो शहर में 6 प्राईवेट हॉस्पिटल ऐसे में जिन्होने एक साल में एक भी लाभार्थी को इलाज नहीं दिया है।

फैक्ट फाइल

- 1432 बीमारियों को मिलता है योजना के तहत इलाज

- 70 कैंप लगाए जा रहे गोल्डन कार्ड बनाने के लिए

- 2.36 लाख परिवार हैं डिस्ट्रिक्ट में लाभार्थी

- 1 है प्रदेश में बरेली की रैकिंग

- 1.65 लाख लोगों को वितरित हो चुके हैं गोल्डन कार्ड

- 108 अस्पताल हैं योजना में शामिल

- 89 प्राईवेट हॉस्पिटल हैं शामिल

- 19 सरकारी हॉस्पिटल हैं योजना है शामिल

- 30 हजार मरीजों को अब तक मिल चुका है लाभ

- 151 अन्य बीमारियों को शामिल करने की हैं कवायद

- 5 लाख रुपये तक का फ्री ट्रीटमेंट

आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज देने में बरेली पहले स्थान पर है। लेकिन कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल लाभार्थियों से कार्ड दिखाने के बाद पैसा वसूल रहे हैं। ऐसे हॉस्पिटल्स को नोटिस जारी कर रिकवरी करने के आदेश दिए हैं। यह पैसा लाभार्थियों को वापस किया जाएगा।

डॉ। विनीत कुमार शुक्ला, सीएमओ।

Posted By: Inextlive