-देशी पर्यटकों के साथ विदेशी पर्यटक भी आ रहे हैं

-राजाजी नेशनल पार्क में पक्षियों की संख्या 380 से अधिक

-बर्ड वॉचिंग के लिए तीन पगडंडियां भी तैयार की गई

HARIDWAR (JNN) : बाघ, भालू, हाथी के बाद अब राजाजी बर्ड वॉचिंग के लिए प्रसिद्ध होता जा रहा है। यहां बर्ड वॉचिंग के लिए देशी पर्यटकों के साथ विदेशी पर्यटक भी आ रहे हैं। अकेले राजाजी नेशनल पार्क में पक्षियों की संख्या फ्80 से अधिक है, जो सर्दी के मौसम में पांच सौ तक पहुंच जाती है। बर्ड वॉचिंग को बढ़ावा देने के लिए राजाजी पार्क प्रशासन बर्ड वॉचिंग के लिए तीन पगडंडियां भी तैयार की गई हैं।

शीतकालीन प्रवास पर आते हैं

उत्तराखंड में तराई के जंगलों से लेकर हिमालय की पहाडि़यों तक पक्षियों का घर व अतिथि गृह है। पूरे देश में पाई जाने वाली पक्षियों की प्रजाति में से पचास प्रतिशत प्रजातियों का उत्तराखंड में आवास हैं। फ्80 प्रजाति के पक्षी अकेले राजाजी पार्क की चीला व गौहरी रेंज में हैं। सर्दी के मौसम में तो यहां पक्षियों की प्रजाति पांच सौ तक पहुंच जाती है। वह इस लिए कि क्ख्0 से से अधिक प्रजाति के पक्षी यहां अतिथि के रूप में शीतकालीन प्रवास पर आते हैं।

पक्षियों की वाइड वैरायटी

इन पक्षियों में चकवा, ब्लैक नेकड स्ट्रोक, स्पून बिल, ब्लैक स्ट्रोक, पैंटेड स्ट्रोक, ग्रेबल, फल्सटेड डक, मछमार, सुर्खाब, राज हंस, ब्लैक स्ट्रोक, पतरिंगा सहित कई हैं। राजाजी की चीला रेंज अभी तक टाइगर, हाथी, हाईना, चीतल, मोर आदि के लिए प्रसिद्ध थी। लेकिन, अब यह बर्ड वॉचिंग का हब बना रहा है।

चीला रेंज में पर्यटक आ रहे हैं

इसी सीजन में बर्ड वॉचिंग करने के लिए करीब दो सौ सैलानी विदेशी आ चुके हैं। जबकि भारतीय बर्ड वॉचिंग के शौकीनों की संख्या पांच से अधिक हो गई है। बर्ड वॉचिंग के लिए हर दिन चीला रेंज में पर्यटक आ रहे हैं। यह स्थिति इसी सीजन से शुरू हुई है। राजाजी नेशनल पार्क प्रशासन ने भी बर्ड वॉचिंग को बढ़ावा देने के लिए चीला में तीन बर्डिग ट्रेल (पक्षियों के अवलोकन की पगडंडी) बनाई है। बर्ड वॉचिंग की ये पगडंडी तीन से चार किलोमीटर की हैं।

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विदेशी पर्यटकों को भा रहा है हॉर्नबिल

राजाजी नेशनल पार्क चीला में सैर करने वाले अधिकांश विदेशी सैलानी हॉर्नबिल की वॉचिंग करने की मांग कर रहे हैं। राजाजी नेशनल पार्क में पूरे साल भर हॉर्नबिल आसनी से दिख जाते हैं। इन दिनों बर्ड वॉचिंग के शौकीनों को एक साथ तीन प्रजाति के हॉर्नबिल दिखे हैं। जिसमें ग्रेट हॉर्नबिल, ओरिएंटल पाईड हॉर्नबिल, इंडियन ग्रे हॉनबिल है।

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चीला रेंज में नदियों, भीमगौड़ा बैराज, घना जंगल आदि अलग-अलग तरह के स्थल हैं। जहां पक्षियों की भरमार है। इस सीजन में दो सौ के करीब विदेशी तथा पांच सौ देशी बर्ड वॉचिंग के शौकीन आ चुके हैं।

-वीरू नेगी, बर्ड वॉचिंग गाइड, चीला

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राजाजी नेशनल पार्क विविधताओं से भरा हुआ है। इसी कारण बर्ड वॉचिंग के लिए भी बेहद अच्छा है। चीला के आस पास में तीन पगडंडी बर्ड वॉचिंग के लिए बनाई हुई हैं।

-एनबी शर्मा, वाइल्ड लाइफ वार्डन, राजाजी नेशनल पार्क

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Posted By: Inextlive