16 जनवरी 1926 को लाहौर में जन्‍मे हिंदी फिल्‍मों के एक प्रसिद्ध संगीतकार थे ओपी नैय्यर। फिल्‍म जगत में इनको इनके चुलबुले संगीत के लिए बखूबी जाना जाता था। याद दिला दें कि गुरुदत्‍त के साथ इनकी जोड़ी ने 'मिस्‍टर एंड मिसेज 55' और 'सीआईडी' सरीखी फिल्‍मों में धमाल कर दिया। आइए ऐसे ओपी नैय्यर के बारे में जानें चंद खास बातें। अपने संगीत से बॉलीवुड को बहुत कुछ देकर 27 जनवरी 2007 को वह दुनिया को अलविदा कह गए।

1 . ओपी नैय्यर ने अपना फिल्मी कॅरियर 1949 में फिल्म 'कनीज' में प्लेबैक सिंगिंग के साथ शुरू किया। इसके बाद इन्होंने फिल्म 'आसमान' (1952) में अपना संगीत दिया।
2 . गुरुदत्त की 'आरपार' (1954) इनकी पहली हिट फिल्म थी।
3 . नैय्यर फिल्म 'मेरे सनम' में अपने संगीत को एक नई ऊंचाइयों पर ले गए, जब उन्होंने 'जाइए आप कहां जाएंगे...' और  'पुकारता चला हूं मैं...' जैसे गाने दिए।
4 . उन्होंने गीतादत्त, आशा भोंसले और मोहम्मद रफी के साथ काम करते हुए उनके कॅरियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
5 . उन्होंने कभी लता मंगेशकर के साथ काम नहीं किया।
6 . ओपी नैय्यर पहले म्यूजिक डायरेक्टर थे, जिन्हें कॉमेडियंस के लिए गाने असाइन किए गए।
7 . इनको 1958 में फिल्म 'नया दौर' में संगीत के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया।
8 . ओपी नैय्यर हमेशा कहा करते थे 'दुनिया मेरे गीतों से मुझे याद करेगी, उठ जाउंगा, फिर भी महफिल में रहूंगा'।

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Posted By: Ruchi D Sharma