बॉलीवुड के बेहतरीन गीतकार और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे हैं। 17 जनवरी 1945 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के खैराबाद कस्बे में जन्में जावेद ने बॉलीवुड में अपनी करियर की शुरुआत बतौर डायलॉग राइटर से की थी। बाद में वह हिंदी फिल्मों में स्क्रिप्ट राइटिंग और लिरिसिस्ट का भी काम करने लगे। आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी ऐसी बातें बतायेंगे जिनके बारे में शायद ही किसी को मालूम हो।


जावेद का असली नाम कुछ ही लोग जानते होंगे कि बॉलीवुड को बेहतरीन फ़िल्में देने वाले जावेद अख्तर का असली नाम जादू है। ये नाम उनके पिता की एक कविता 'लम्हा-लम्हा किसी जादू का फसाना होगा' को ध्यान में देते हुए रखा गया था। बताया जाता है कि जावेद नाम जादू से मिलता-जुलता है, इसलिए उनका नाम बाद में जावेद अख्तर कर दिया गया।मुंबई आये तो खाने तक के पैसे नहीं थे4 अक्टूबर 1964 को जावेद अख्तर मुंबई आए थे। बताया जाता है उस वक्त उनके पास खाने तक के पैसे नहीं थे। उन्हें कई रातें सड़कों पर खुले आसमान के नीचे सोकर बीतनी पड़ी थी। फिर बाद में कमाल अमरोही के स्टूडियो में उन्हें ठिकाना मिला। जावेद को इतने अवार्ड मिले


साल 1982 में सलीम-जावेद की जोड़ी आखिरकार टूट गई। इन दोनों ने मिलकर कुल 24 फिल्में एक साथ लिखीं थीं, जिनमें से 20 हिट रहीं। जावेद अख्तर को कुल 14 बार फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला। इनमें सात बार उन्हें बेस्ट स्क्रिप्ट और सात बार बेस्ट लिरिक्स के लिए मिला था। इसके अलावा बता दें कि जावेद अख्तर को 5 बार नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।

Posted By: Mukul Kumar