- भारत सरकार को भेजा गया रिसर्च करने का प्रस्ताव, अनुमति मिलते ही रिसर्च शुरू

- बीआईटी में चिकनगुनिया और डेंगू की भी दवा हो रही है डेवलप

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क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब (5 द्वड्ड4): बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटी) मेसरा ने कोविड-19 के वैक्सीन पर रिसर्च करने की सारी तैयारी कर ली है। अब इंतजार है भारत सरकार से सिग्नल मिलने का। बीआईटी मेसरा के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, टीचर्स, स्टूडेंट्स और फैलो स्टूडेंट्स कोविड-19 पर रिसर्च करने की तैयारी में जुट गए हैं। जैसे ही एसआरईबी भारत सरकार से उनका प्रस्ताव अप्रूवल होगा इस पर काम शुरू हो जाएगा।

भेजा गया है प्रस्ताव

बीआईटी मेसरा के फार्मेसी डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी डॉ बीएन सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 पर वैक्सीन बनाने पर रिसर्च करने के लिए बीआईटी मेसरा पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए एक डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भारत सरकार को भेजा गया है। हम कैसे कोविड-19 के वैक्सीन पर रिसर्च करेंगे, हमारी टीम का क्या स्ट्रैंथ होगा, हमारी टीम कैसे काम करेगी, यह सारा डिटेल रिपोर्ट सरकार को भेजा गया है। भारत सरकार से सिग्नल मिलते हैं इस रिसर्च टीम में हमारे छात्र और हम सभी टीचर और साइंटिस्ट जुट जाएंगे। डॉ बीएन सिन्हा के नेतृत्व में रिसर्च और साइंटिस्ट का एक ग्रुप है, जो वायरल वैक्सीन पर लगातार रिसर्च करता रहा है। इसी टीम द्वारा अब कोविड-19 पर भी रिसर्च किया जाएगा।

बेहतर रिजल्ट की उम्मीद

डॉ बीएन सिन्हा ने बताया कि वे कई साल से वायरल वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। कहा कि अगर मॉलिक्यूल अच्छा मिलता गया तो स्टेप बाय स्टेप इसकी जांच होगी और लगातार इस पर रिसर्च किया जाएगा। हालांकि, इसका रिजल्ट तुरंत नहीं निकलेगा, लेकिन इस पर लगातार काम करते रहने के बाद बेहतर रिजल्ट की उम्मीद है।

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डेंगू, चिकनगुनिया पर मिला है पॉजिटिव रिजल्ट

डॉ बीएन सिन्हा के मुताबिक वे वर्ष 2009 से डेंगू, चिकनगुनिया पर काम कर रहे हैं। उनकी टीम में तीन-चार पीएचडी स्कॉलर भी हैं। इसमें उन्होंने कुछ बहुत अच्छे मॉलिक्यूल (दवा बनाने से पहले का केमिकल कंपाउंड, इसी केमिकल कंपाउंड के बाद दवा बनती है) डेवलप किए हैं। उन्होंने बताया कि इस मॉलिक्यूल को साइंटिफिक क्षेत्र में रिसर्च करने वाले साइंटिस्ट ने बहुत सराहा है। इस पर कई रिसर्च पेपर भी पब्लिश किया गया है। डॉ सिन्हा ने बताया कि वे इसे पेटेंट के लिए भेज चुके हैं,अब इंतजार कर रहे हैं कि पेटेंट कब मिल जाए। इस दवा का डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों पर भी टेस्ट किया गया है, जिसका रिजल्ट अच्छा मिला है।

कोविड-19 का वैक्सीन बनाने पर रिसर्च करने के लिए बीआईटी मेसरा तैयार है। इसके लिए एक डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भारत सरकार को भेजा गया है। अनुमति मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।

डॉ बीएन सिन्हा, पूर्व एचओडी, फार्मेसी डिपार्टमेंट, बीआईटी मेसरा

Posted By: Inextlive