पिछले ढाई महीने से जम्‍मू कश्‍मीर में सरकार बनने में आया गतिरोध खत्‍म होता नजर आ रहा है और उम्‍मीद है कि आने वाले एक दो दिन में भाजपा और पीडीपी के नेता राज्‍यपाल एन एच वोरा से मिल कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।


एकदम साफ नहीं है तस्वीर


वैसे तो गतिरोध खत्म नजर आ रहा है और भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं कहा है कि वो जल्दी ही जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। लेकिन जब दोनों दलों ने राज्यपाल से अपनी प्रस्तावित मुलाकात को अंतिम समय पर टाल किया तो ऐसा भी संदेश मिला है कि अभी भी सब कुछ ठीक नहीं है। कुछ मुद्दों और विभागों के बंटवारे पर पेंच फंसा हुआ है। इसको लेकर दोपहर में भाजपा विधायक बाली भगत के निवास पर प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा व सांसद जुगल किशोर की पीडीपी के अब्दुल रहमान वीरी व हसीब द्राबू के साथ गुप्त बैठक हुई। इस बैठक में बनी सहमति के बारे में जम्मू गेस्ट हाउस में मौजूद राम माधव व महबूबा मुफ्ती को अवगत करवाने के बाद फैसला लिया गया कि दोनों दल शनिवार दोपहर साढ़े तीन बजे एक साथ राज्यपाल से मिलने राजभवन जाएंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।विभागों के बटवारे पर है सवाल?

विभागों के बंटवारे पर भाजपा-पीडीपी के किसी नेता ने बात नहीं की। वहीं पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि फिलहाल दोनों पार्टियों के पास पुराने विभाग ही रहेंगे। आने वाले दिनों में विभागों के आवंटन को लेकर बातचीत हो सकती है। भाजपा चाहती है कि गृह विभाग का राज्यमंत्री उनकी पार्टी से होना चाहिए। सत्ता के संतुलन के लिए दोनों पार्टियों में विभागों को बंटवारा सही होना जरूरी है। इस बीच पार्टी नेताओं को जरूरी दिशा निर्देश देकर व सरकार गठन का मार्ग प्रशस्त होने के बाद भाजपा राष्ट्रीय महासचिव राम माधव प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ रात करीब आठ बजे विशेष विमान से दिल्ली लौट गए। वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पूरी स्थिति से अवगत करवाएंगे।राज्यपाल से मुलाकात टली भाजपा-पीडीपी ने शुक्रवार को अंतिम समय में राज्यपाल के साथ अपनी बैठक स्थगित कर दी। भाजपा प्रतिनिधिमंडल को दोपहर बाद साढ़े चार बजे राज्यपाल से मिलना था, जबकि पीडीपी नेताओं ने पहले दोपहर साढ़े तीन बजे का समय लिया था, जिसे बाद में उनके आग्रह पर शाम पांच बजे किया गया, लेकिन दोनों दलों में से कोई भी राजभवन नहीं पहुंचा। राजभवन द्वारा संपर्क किए जाने पर भाजपा-पीडीपी ने आग्रह किया कि वे कुछ समय चाहते हैं। लिहाजा उन्हें शनिवार तक का समय दिया जाए। राजभवन ने इस आग्रह को स्वीकार कर लिया है।डॉ. निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री बनेंगे!

दिनभर गेस्ट हाउस में दोनों दलों के नेता अपने-अपने खेमे में रणनीति बनाने में जुटे रहे। भाजपा-पीडीपी में बनी सहमति कि अनुसार पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार पुराने एजेंडा ऑफ एलायंस पर ही चलेगी, जिसमें महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री और डॉ. निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री होंगे। 56 वर्षीय महबूबा राज्य की 13वीं और पहली महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात के दौरान पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी। जबकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा विधायक दल के नेता डॉ. निर्मल सिंह व सांसद जुगल किशोर शर्मा के साथ पीडीपी को समर्थन देने संबंधी समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप देंगे। सरकार कब बनेगी इसका फैसला दोनों पार्टियों में विचार-विमर्श के बाद होगा। भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा ने इसकी पुष्टि की कि भाजपा-पीडीपी की सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।गुरूवार से जारी है बैठकों का सिलसिला
इससे पूर्व सुबह भाजपा विधायक दल की बैठक भाजपा महासचिव राम माधव और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें डॉ. निर्मल सिंह को नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि गुरुवार को पीडीपी की विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसमें भाजपा के साथ गठबंधन का विरोध करने वाले तारिक करा समेत सभी प्रमुख नेता, सांसद और विधायक शामिल हुए। लगभग डेढ़ घंटे की बैठक के पहले 20 मिनट में ही महबूबा मुफ्ती को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता और मुख्यमंत्री पद का प्रत्याशी चुना गया था।

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Posted By: Molly Seth