-बांदा से रह चुके हैं सांसद, इलाहाबाद के रह चुके हैं मेयर

ALLAHABAD: तीस सालों का राजनीतिक सफर होने के बाद भी इलाहाबाद सीट से भाजपा प्रत्याशी श्यामचरण गुप्त के खाते में आज तीसरी जीत दर्ज हुई। इससे पहले एक बाद वह बांदा संसदीय सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में लोकसभा में पहुंच चुके थे। एक बार वह इलाहाबाद के मेयर भी रह चुके हैं। हालांकि क्98ब् में सियासी सफर शुरू करने के बाद उन्होंने तमाम चुनावों में किस्मत आजमाई लेकिन जीत नहीं सके।

उन्होंने पहली बार निर्दल प्रत्याशी के रूप में बांदा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा। उन्हें करीब भ्0 हजार वोट मिले थे। 89 में वह इलाहाबाद के मेयर चुने गए। क्99क् में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनाव लड़ा। नजदीकी मुकाबले में चार हजार वोटों से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। श्री गुप्त ने क्998 में सपा से इलाहाबाद संसदीय सीट से ही फिर चुनाव लड़ा लेकिन भाजपा के डा। मुरली मनोहर जोशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। ख्00ब् में बांदा लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में उन्होंने जीत दर्ज की। उन्होंने दो बार विधानसभा का भी चुनाव लड़ा। ख्00ख् में शहर दक्षिणी से सपा प्रत्याशी के रूप में और वर्ष ख्0क्ख् में मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र से। दोनों बार उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा। बीए और लखनऊ विवि से एलएलबी उत्तीर्ण श्री गुप्त बताते हैं कि राजनैतिक कॅरियर की शुरुआत पिता स्व। तीरथ प्रसाद गुप्ता से प्रेरणा लेकर की थी। वही उनके राजनीतिक गुरु भी थे।

Posted By: Inextlive