बिहार डीजीपी पद से हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले गुप्तेश्वर पांडेय को भाजपा व जदयू ने टिकट से वंचित कर दिया है। इस पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने तंज कसते हुए कहा हमने सवाल पूछा था कि क्या भाजपा के नेता उनके लिए चुनावी प्रचार करेंगे। इस वजह से इनको बिहार विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया गया।


मुंबई (एएनआई)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की माैत केस को लेकर चर्चा में रहे बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) गुप्तेश्वर पांडेय को राजनीति में हाथ आजमाने का माैका मिलता मुश्किल नजर आ रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (युनाइटेड) द्वारा उन्हें टिकट न दिए जाने पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गुरुवार को चुटकी ली और टिकट न देने की वजह बताई। उन्होंने कहा कि गुप्तेश्वर पांडेय को चुनावी टिकट देना पार्टी का मामला है। हमने पूछा था कि क्या भाजपा के नेता उनके लिए प्रचार करेंगे। शायद इस सवाल के डर से भाजपा और जदयू ने उन्हें टिकट नहीं दिया है। गुप्तेश्वर पांडे को विधानसभा टिकट से वंचित कर दिया गया
वहीं पिछले महीने, गुप्तेश्वर पांडेय ने बिहार डीजीपी पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि उन्हें आगामी विधानसभा चुनावों में लड़ने के लिए विधानसभा टिकट से वंचित कर दिया गया है। जदयू ने कल 115 उम्मीदवारों की अपनी सूची जारी की जो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। गुप्तेश्वर पांडेय का नाम सूची से गायब था। हालांकि पूर्व डीजीपी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि सबको उम्मीद थी कि मैं चुनाव लड़ूंगा, लेकिन मैं इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ रहा। निराश होने की कोई बात नहीं है। धैर्य रखें। मेरा जीवन संघर्ष में बीता है। मैं जीवन भर जनता की सेवा करता रहूंगा।

Posted By: Shweta Mishra