उत्तर प्रदेश की राजनीत‍ि में हुकुम स‍िंह एक ऐसा नाम रहा है जि‍ससे शायद ही कोई अंजान हो। कैराना लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुकुम सिंह अब इस दुन‍िया में नहीं रहे। चीन के साथ युद्ध में शाम‍िल रहे 79 वर्ष के हुकुम स‍िंह की मौत पर हर कोई दुखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी मृत्‍यु को लेकर गहरा दुख जताया है। यहां पर पढ़ें कौन थे ये हुकुम स‍िंह...


जेपी अस्पताल में चल रहा था इलाज हुकुम सिंह को इधर पिछले कई दिनों से सांस लेने में काफी तकलीफ थी। उनका इलाज नोएडा के जेपी अस्पताल में चल रहा था। हुकुम सिंह मौत पर कई बड़ी राजनैतिक हस्तियां सोशल मीडिया से लेकर उनके घर पर जाकर शोक जता चुकी हैं। 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में लड़े 5 अप्रैल 1938 को कैराना में जन्में हुकुम सिंह को बचपन से ही देश के लिए कुछ करने की लालसा रही है। पढाई करने के बाद वह सेना में चले गए थे। खास बात तो यह है कि इन्होंने 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध में हिस्सा भी लिया था। नाम के मुताबिक रही उनकी हुकूमत
2013 में मुज़फ्फरनगर दंगे के बीच कई ऐसे बयान दिए जिनका काफी विरोध भी हुआ था। इसके बाद 2014 में बीजेपी के टिकट से पहली बार चुनाव लड़कर लोकसभा पहुंच गए। हुकुम सिंह अपने नाम के मुताबिक ही हुकूमत भी करते थे। बेबाक अंदाजों और बयानों से चर्चा में रहे


अपने बेबाक अंदाजों और बयानों की वजह से वह अक्सर ही चर्चा में रहते थे। हाल ही में कैराना से हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठाकर वह सुर्खियों में और रेप की घटनाओं के लिए मुस्लिम लड़कों को जिम्मेदार ठहराने पर विवादों में घिरे थे।

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Posted By: Shweta Mishra