राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में छाया चुनाव का मुद्दा

दस मिनट तक बोले पीएम, दिया संगठन को अहम संदेश

ALLAHABAD (12 June): होटल कान्हा श्याम में सुबह दस बजे से शुरू हुई राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के समापन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संगठन में बदलाव होना जरूरी है, यह समय की मांग भी है। दस मिनट के अपने संबोधन के दौरान मोदी ने कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का संदेश दिया। कहा कि बदलाव होते रहते हैं, लेकिन हमें हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए और नये आइडिया पर काम करना चाहिए। बैठक में यूपी चुनाव को लेकर भाजपा नेताओं की बढ़ती चिंता का असर भीं दिखा। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दोहराया कि भाजपा यूपी में बहुमत की सरकार बनायेगी। सीएम प्रत्याशी कौन बनेगा, इस पर कोई बात नहीं हुई। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही यूपी में भाजपा का चेहरा होंगे। संगठन के पेंच कसते हुए कहा कि साफ किया कि किसी तरह की गुटबाजी को जगह नहीं दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने अमित शाह, अरुण जेटली, यूपी प्रभारी ओम माथुर के साथ आगामी चुनाव पर चर्चा भी की।

इंटरनल सर्वे कराएगी बीजेपी

चर्चा है कि कार्यकारिणी के बाद भाजपा यूपी में इंटरनल सर्वे कराएगी ताकि मुख्यमंत्री प्रत्याशी का नाम तय किया जा सके। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि राजनाथ सिंह भी इसमें शामिल हैं। सर्वे के जरिए पता लगाया जाएगा कि जनता के बीच ज्यादा लोकप्रिय कौन है। साथ ही मुद्दों और सीटों पर आधारित सवाल भी पूछे जाएंगे। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद पार्टी राज्य की रणनीति तय करेगी। साथ ही पार्टी सांसदों को भी इस बाबत फीडबैक देने का जिम्मा सौंपेगी।

कामकाज से ओतप्रोत रहेंगे प्रस्ताव

कार्यसमिति की शुरुआत के साथ यह साफ हो गया कि यूपी के रास्ते से ही 2019 में दोबारा केंद्र की सत्ता में काबिज होना मुमकिन है। यही वजह है कि संगम से चंद कदमों की दूरी पर लगा भाजपा नेताओं का कुंभ आम जनमानस के सरोकारों से ओतप्रोत रहा। तय हुआ कि प्रतीकों और चेहरों के बजाय विकास के विजन पर ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। कार्यसमिति में पेश होने वाले तीन प्रस्ताव केंद्र सरकार के कामकाज पर आधारित होंगे। इनमें से एक प्रस्ताव कार्यसमिति के पहले दिन पेश किया जा सकता है। वहीं अन्य दो पर सोमवार को गहन चर्चा की जाएगी। देश की बढ़ती विकास दर, राजनीतिक उथल पुथल और चुनावी तैयारियों को लेकर प्रस्ताव तैयार किये गये है।

अलग-थलग पडे़ आडवाणी-जोशी

हमेशा की तरह पूर्व प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी अलग-थलग दिखे। आडवाणी करीब बारह बजे होटल पहुंचे लेकिन भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने वहां जाकर उनका स्वागत करने की जहमत नहीं उठाई। इसी तरह जोशी भी इलाहाबाद आने के बाद उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पैतृक आवास पर गये और उनसे मुलाकात की। दोनों नेता शाम को सीधे केपी ग्राउंड में कार्यसमिति में शामिल हुए।

नेताओं ने साधी चुप्पी

आयोजन के दौरान खास बात यह रही कि भाजपा के तमाम फायरब्रांड नेता भी मीडिया से दूरी बनाए रहे। माना जा रहा है कि कहीं न कहीं पार्टी ने इस बाबत सख्त निर्देश दिए हैं कि केवल चुनिंदा लोगों द्वारा ही मीडिया को पार्टी की गतिविधियों और कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। यही वजह रही कि कैलाश विजयवर्गीय, सुब्रमण्यम स्वामी, वरुण गांधी जैसे नेता मीडिया से बचते रहे।

वरुण ने दिखाई ताकत

सुल्तानपुर से सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर पार्टी के सामने शक्ति प्रदर्शन किया। करीब पचास से ज्यादा गाडि़यों का काफिला लेकर उन्होंने इलाहाबाद में प्रवेश किया। मालूम हो कि पूरे इलाहाबाद में सबसे ज्यादा वरुण गांधी के समर्थन में पोस्टर, होर्डिंग आदि लगे हैं। मुख्य पंडाल के भीतर प्रधानमंत्री के लिए बने अलग हाल में अटल, आडवाणी के अलावा मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, अरुण जेटली, राजनाथ सिंह समेत प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों के आदमकद पोस्टर भी लगाये गये है। वहीं कार्यकारिणी में शामिल होने के लिए आ रहे ज्यादातर नेताओं के गले में असम चुनाव की थीम पर बना अंगवस्त्र था।

Posted By: Inextlive