शिवसेना और भाजपा के बीच महाराष्ट्र में सत्ता के बंटवारा को लेकर गतिरोध जारी है। इसी बीच शुक्रवार को शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधा है। एनसीपी के प्रवक्ता ने कहा है कि भाजपा राज्य को राष्ट्रपति शासन की ओर धकेल कर मोदी और शाह के माध्यम से महाराष्ट्र को चलाना चाहती है।


मुंबई (पीटीआई)। महाराष्ट्र में अभी तक सरकार नहीं बनने के कारण, एनसीपी ने शुक्रवार को भाजपा पर राज्य को राष्ट्रपति शासन की ओर धकेलने आरोप लगाया है। एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग राज्य के इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इतिहास गवाह है कि राज्य केंद्र में शासन के आगे झुकता नहीं है।बहुमत के लिए 145 सीटों की जरुरत


मलीक ने ट्वीट किया, 'भाजपा राज्य को राष्ट्रपति शासन की ओर धकेल कर मोदी और शाह के माध्यम से महाराष्ट्र को चलाना चाहती है। महाराष्ट्र के इस अपमान को लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे।' बता दें कि 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा 105 सीटों को जीतकर महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और उसकी सहयोगी शिवसेना 56 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। हालांकि, दोनों ने अब तक एक साथ या अलग से सरकार बनाने का दावा नहीं किया है। वहीं, एनसीपी और कांग्रेस ने 288 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 54 और 44 सीटें जीतीं हैं, बहुमत के लिए राज्य में 145 सीटों की जरुरत है।महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन? 50-50 पर अड़ी शिवसेनानहीं झुकेगा महाराष्ट्र

इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी से तभी संपर्क करना चाहिए, जब वह मुख्यमंत्री के पद को अपने सहयोगी के साथ साझा करने के लिए सहमत है। शिवसेना प्रवक्ता पत्रकारों से बात करते हुए कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा देना चाहिए क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राउत ने कहा, 'बड़े बहुमत वाली पार्टी सरकार बनाएगी लेकिन अगर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है, तो यह राज्य के लोगों का अपमान होगा। यह बेहद गलत है और यह संविधान के खिलाफ है। मैं हमेशा अटल बिहारी वाजपेयी का वह संदेश याद करता हूं कि हम भागेंगे नहीं, लड़ेंगे और अंत में जीतेंगे। इसलिए, महाराष्ट्र कभी नहीं झुकेगा।'

Posted By: Mukul Kumar