- प्रधानमंत्री व भाजपा अध्यक्ष के बयान को लेकर जताया विरोध

- बेंच आंदोलन की नए सिरे से रणनीति बनाने के लिए बैठक

Meerut : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के बारे में प्रधानमंत्री के इलाहाबाद में दिए बयान को लेकर अधिवक्ताओं में जबरदस्त आक्रोश है। विरोध स्वरूप मेरठ समेत वेस्ट यूपी के कई जिलों में सोमवार को अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वह बेंच के लिए किसी भी कुर्बानी से पीछे नहीं हटेंगे।

दिया था आश्वासन

अधिवक्ताओं का कहना था कि हाल ही में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वेस्ट यूपी में बेंच की स्थापना का आश्वासन दिया था। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने इलाहाबाद में यह बयान दिया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के बारे में कोई बयान नहीं दिया है। वकीलों का कहना है कि दूसरा बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संबंधित सोमवार को समाचार पत्रों में आया जिसमें यह कहा गया कि प्रधानमंत्री इलाहाबाद हाईकोर्ट परिसर में पहुंचे और एसोसिएशन पदाधिकारियों ने हाईकोर्ट बेंच के संदर्भ में मांग रखी। जिस पर प्रधानमंत्री ने यह कहा कि 'वो आप सबको नाखुश नहीं होने देंगे'।

बेंच नहीं तो समर्थन नहीं

केंद्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उप्र के चेयरमैन रोहिताश्व कुमार अग्रवाल व संयोजक संजय शर्मा ने कहा कि वेस्ट यूपी के अधिवक्ता बेंच की मांग का राजनीतिकरण नहीं होने देंगे। बेंच के लिए अधिवक्ता व जनता कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है। संयोजक ने कहा कि जल्द ही इस मुद्दे को लेकर अब समिति की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें बेंच की मांग को लेकर आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी। चेयरमैन रोहिताश्व अग्रवाल व संयोजक संजय शर्मा ने बताया कि पीएम व भाजपा अध्यक्ष के बयान को लेकर मेरठ समेत वेस्ट यूपी के सभी जिलों में अधिवक्ता विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही सोमवार को हड़ताल पर रहे।

Posted By: Inextlive