काले तेल के खेल में कई विभागों पर उठे सवाल

कई साल से मेरठ में हो रहा अवैध तेल का कारोबार, पुलिस पर भी उठे रहे सवाल

जगन्नाथपुरी, वेदव्यासपुरी, बागपत रोड आदि क्षेत्रों में गोदामों की भरमार

Meerut। डीपी पेट्रो केम पर छापेमारी के बाद मेरठ के काले तेल के खेल का बड़ा खुलासा हुआ है। गत कई साल से शहर के बीचो-बीच टैंकों में हजारों लीटर काले तेल को स्टोर किया जा रहा था। स्टोर तेल को यहां से फुटकर में मेरठ समेत आसपास के क्षेत्रों में बेचा जा रहा था। शुरूआती जांच में हुआ खुलासा ही बेहद चौंकाने वाला है। दरअसल, विभागीय मिलीभगत से इस काले तेल को ब्वॉयलर और भट्ठियों में प्रयोग में लाया जा रहा है। इतना ही हॉट मिक्स प्लांट में भी इसी तेल को जलाया जा रहा है।

जरा समझ लें

मेरठ के टीपी नगर थानाक्षेत्र स्थित जगन्नाथपुरी में डीपी पेट्रो केम पर छापा मारकर जिला प्रशासन की टीम ने हजारों लीटर काला तेल बरामद किया है। आमतौर पर जिस काले तेल को गोदाम संचालक लाइट डीजल ऑयल (एलडीओ) करके बेच रहा था वो भी मिलावटी ही निकला। पूर्ति विभाग ने प्रथम दृष्टया दावा किया है कि यह एलडीओ नहीं है, बल्कि इंजन आदि से निकला जला हुआ मोबिल ऑयल है। हालांकि विस्तृत डिटेल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मिलेगी। अब ऐसे मे सवाल यह है कि यदि भट्ठियों में यह काला तेल प्रयोग हो रहा था तो इससे उठने वाला धुंआ आबोहवा के लिए कितना जहरीला होगा।

मेरठ में हैं कई गोदाम

एक पड़ताल के मुताबिक मेरठ में कई जगह ऐसे गोदाम हैं जहां से काले तेल का खेल चल रहा है। टीपी नगर थाना क्षेत्र में जगन्नाथपुरी, वेदव्यासपुरी, बागपत रोड आदि क्षेत्रों में ऐसे गोदामों की भरमार है। वहीं परतापुर स्थित औद्योगिक क्षेत्रों में धड़ल्ले से काले तेल की बिक्री हो रही है।

मेरठ में एलडीओ के नाम से काले तेल का स्टोरेज और बिक्री हो रही है। विभिन्न जिम्मेदार विभागों से इस संबंध में जबाव-तलब किया जा रहा है। गोदामों में काले तेल के अवैध भंडारण पर भी जिला प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।

अजय कुमार तिवारी, एडीएम सिटी, मेरठ

काले तेल की जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि आखिर यह क्या है? तेल कहां से आ रहा था और इसकी कहां बिक्री हो रही थी इसकी भी जांच की जाएगी।

विकास गौतम, डीएसओ, मेरठ

देर रात्रि तक चली कार्रवाई

टीपी नगर में डीपी पेट्रो केम के खिलाफ शुक्रवार सुबह से शुरू हुई छापेमारी की कार्रवाई देर रात तक चलती रही। इस दौरान पूर्ति विभाग की टीम ने 6 टैंकों से 18 सैंपल लिए और गोदाम को सील कर दिया गया। एक-एक सैंपल गोदाम संचालक विशाल जैन को दे दिया गया जबकि एक-एक सैंपल जांच के लिए लैब में भेज दिया गया। एक-एक सैंपल पूर्ति विभाग ने अपने पास रखा है। इसके अलावा जीएसटी की टीम ने सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।

तेल कारोबारी के पक्ष में आया संयुक्त व्यापार संघ

मेरठ में तेल कारोबारी संजय गुप्ता के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करते हुए संयुक्त व्यापार संघ ने उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शनिवार शाम एक होटल में आयोजित प्रेसवार्ता में संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस तेल कारोबारी का अनावश्यक उत्पीड़न कर रही है। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में कारोबारी नेताओं ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस -प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि इस प्रकरण में यदि गैरकानूनी कार्रवाई हुई तो कारोबारी 'मेरठ बंद' कर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने आरोप लगाया कि तेल कारोबारी संजय गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई में जिला प्रशासन ने सभी कायदे कानून को दरकिनार कर दिया है। अध्यक्ष ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि अधिकारी बिना ठोस वजह के तेल कारोबारी के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। डिपो पर क्षमता (कोटा) से अधिक तेल मिलने पर संजय गुप्ता के खिलाफ की गई कार्रवाई को भी संघ ने अध्यक्ष ने गैर वाजिब करार दिया। राष्ट्रपति को संबोधित 12 बिंदुओं पर एक ज्ञापन भी इस दौरान संघ के पदाधिकारियों के पास था।

Posted By: Inextlive