-रेड अलर्ट पर है मंझनपुर का सब स्टेशन

-ट्रांसफार्मरों की क्षमता न बढ़ने से प्रबल हुई आशंका

KAUSHAMBI(17Aug,JNN): मंझनपुर के सैकड़ों गांव कभी भी अंधेरे में डूब सकते हैं, वहीं विद्युत सब स्टेशन में धमाके से भी इंकार नहीं किया जा सकता। क्योंकि मौजूदा समय में यह सब स्टेशन रेड अलर्ट पर चल रहा है। क्षमता से अधिक लोड होने के कारण इसकी प्रबल संभावना बनी हुई है .जेई व कर्मचारी फीडरों की स्थिति को लेकर गंभीर और डरे-सहमे हैं। संभावित खतरा सिर पर मंडरा रहा है, लेकिन अफसर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।

बिजली व्यवस्था बदहाली का शिकार है। हकीकत से अफसर मुंह छिपा रहे हैं। मंझनपुर सब स्टेशन का ही हाल सबसे खराब है, अन्य सब स्टेशनों की स्थिति क्या होगी, इसका अंदाजा ही लगाया जा सकता है। मंझनपुर सब स्टेशन ओवरलोड चल रहा है। पांच-पांच एमवीए के ट्रांसफार्मर लगे हैं। इनको बदलकर दस-दस एमवीए के ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए कई बार प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन कार्रवाई मात्र कागजों पर ही सिमट कर रह गई। इससे मंझनपुर सब स्टेशन खतरे के निशान को पार कर गया। इससे मंझनपुर सब स्टेशन के फीडरों में किसी समय धमाका भी हो सकता है, ओवरलोड के कारण ट्रांसफार्मरों में भी तेज धमाके के साथ आग लग सकती है। यही कारण है कि सरकारी और निजी लाइनमैन स्टेशन में काम करने से आनाकानी करते हैं। हाल ही में एक हादसा हो चुका है। ट्राली ब्लास्ट करने से एक कर्मचारी जल चुका है। गनीमत थी कि फीडर नहीं ब्लास्ट हुआ, नहीं तो लाइनमैन की जान भी जा सकती थी। इसके पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। फिर भी एसडीओ और एक्सईएन इस मामले में चुप्पी साधे हैं।

सैकड़ों गांवों को होती है आपूर्ति

मंझनपुर सब स्टेशन से सैकड़ों गांवों को आपूर्ति की जाती है। संभावित हादसे के कारण आपूर्ति बाधित हो सकती है। रिपोर्ट भेजकर जेई ने इसकी आशंका भी जाहिर की है, लेकिन अधिकारी इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।

नगर पंचायत के सभी ट्रांसफार्मर ओवरलोड

मंझनपुर नगर पंचायत के सभी ट्रांसफार्मर ओवरलोड हैं। कलेक्ट्रेट का भी ट्रांसफार्मर ओवरलोड चल रहा है। नगर पंचायत में करीब एक दर्जन ट्रांसफार्मर लगे हैं। इन सभी की क्षमता बढ़ाने के लिए जेई ने कई बार एक्सईएन को पत्र भेजा, लेकिन उनके स्तर से इस मामले में किसी तरह की पहल नहीं हुई। इसका परिणाम यह है कि आए दिन किसी न किसी मोहल्ले का ट्रांसफार्मर जल जाता है। निजी लाइनमैन आक्रोश का सामना न करना पड़े, इसलिए ट्राली ट्रांसफार्मर की मदद से आपूर्ति तो शुरू कर देते हैं, लेकिन किसी मोहल्ले को बिजली मिलती है तो किसी मोहल्ले का एक फेस उड़ा रहता है। लोगों का कहना है कि लाइनमैन ऐसा जानबूझकर करते हैं ताकि आपूर्ति बाधित न होने पाए।

ओवरलोड के कारण टूटे रहे जर्जर तार

ओवरलोड के कारण विद्युत तार टूटकर गिर रहे हैं। जेई चंद्रशेखर ने बताया कि क्फ्फ् एमपीआर की क्षमता की केबिल है, लेकिन मौजूदा समय ख्फ्भ् एमपीआर लोड चल रहा है। यही कारण है कि विद्युत तार टूट कर गिर रहे हैं। ओवरलोड की स्थिति से अफसरों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इससे निपटने का इंतजाम किया जाएगा।

सिराथू सब स्टेशन में हो चुका है विस्फोट

सिराथू सब स्टेशन में डेढ़ साल पूर्व धमाका हो चुका है। दस एमवीए के दो ट्रांसफार्मर तेज धमाके के साथ जल गए थे। इससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था। इसके बावजूद बिजली विभाग के आला अधिकारी रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यदि यही रवैया रहा तो मंझनपुर सब स्टेशन ऐसी ही किसी हादसे का शिकार हो सकता है।

Posted By: Inextlive