-इंवर्टिस यूनिर्वसिटी में 1100 स्टूडेंट्स ने कराये रजिस्ट्रेशन

BAREILLY:

इंवर्टिस यूनिर्वसिटी और लायंस क्लब मैग्नेट सिटी ने फ्राइडे को इंवर्टिस सेमिनार हॉल में मेगा ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया। ब्लड डोनेट करने के लिए संस्थान के स्टूडेंट्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। हांलाकि, फ‌र्स्ट टाइम ब्लड डोनेट करने वाले स्टूडेंट्स थोड़े नर्वस दिखे। रजिस्ट्रेशन और ब्लड कलेक्ट किये जाने की अलग-अलग हॉल में व्यवस्था की गई थी। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद स्टूडेंट्स का सबसे पहले हेल्थ जांच की गई। ताकि, पता चल सके कि उनका ब्लड संक्रमित तो नहीं है। जांच में ओके पाए गये उन स्टूडेंट्स के ब्लड कलेक्शन हॉल में ब्लड कलेक्ट किये गये।

619 बच्चों ने ब्लड डोनेट किये

कैंप में टोटल 1100 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराये। इनमें 619 बच्चों ने ब्लड डोनेट किया। बाकी बच्चों के हेल्थ जांच में कमियां पाई गयी, जिस वजह से वह ब्लड डोनेट नहीं कर सके। कैंप में 25 बेड पर ब्लड कलेक्ट करने की व्यवस्था की गई थी। ब्लड कलेक्ट करने में मिशन हॉस्पिटल, आईएमए और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के ब्लड बैंक के डाक्टर्स का सहयोग रहा। ब्लड डोनेट करने वाले प्रत्येक बच्चों को जियो सिम भी बांटे गये। ब्लड डोनेट करने वाली शिवांशी, भूमिका, मुस्कान और नवदीप ने बताया कि पहली बार लाइफ में इतने बड़े स्तर पर ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित होते देखा। कैंप का हिस्सा बन कर काफी अच्छा लगा। मिशन हॉस्पिटल की एमएस व ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ। संगीता गुप्ता भी मौजूद रही।

तो फ्री में मिलेगा ब्लड

मिशन हॉस्पिटल ब्लड बैंक बीपीएल केटेगरी के लोगों को फ्री में ब्लड देगा। इंवर्टिस यूनिर्वसिटी के चांसलर उमेश गौतम ने बताया कि कई बार ब्लड के बदले व्यक्ति के पास डोनर नहीं होते हैं। किसी को पांच यूनिट ब्लड चाहिए और उसके पास दो ही डोनर है, तो तीन यूनिट ब्लड की दिक्कत हो जाती है। ऐसे में उस व्यक्ति को हॉस्पिटल का ब्लड बैंक बाकी यूनिट ब्लड फ्री में देगा। चाहे पेशेंट किसी भी हॉस्पिटल में एडमिट हो।

यह ब्लड डोनेट कैंप नहीं बल्कि, ब्लड डोनेट मेला था। सभी यूनिर्वसिटी और कॉलेज अपने यहां हर साल इस तरह के कार्यक्रम करें तो देश में ब्लड की कमी नहीं होगा। हमारा लक्ष्य अगले 2 हजार यूनिट ब्लड कलेक्ट किये जाने का लक्ष्य है। ताकि, जरूरतमंदों को ब्लड मिल सके।

उमेश गौतम, चांसलर, इंवर्टिस यूनिर्वसिटी

मेरा ब्लड किसी की जान बचाने के काम आ सकेगा इससे अच्छा क्या हो सकता है। पहली बार ब्लड डोनेट करके अच्छा लगा।

उज्ज्वल सक्सेना, स्टूडेंट

लाइफ में दूसरी बार ब्लड डोनेट किया। ब्लड डोनेट करना अच्छा लगता है। मेरी वजह से किसी एक की भी जान बच सकेगी तो मेरे लिए गर्व की बात है।

राधिका, स्टूडेंट

पहली बार ब्लड डोनेट करने की वजह से पहले थोड़ा नर्वस था। लेकिन, सुकून इस बात का था कि मेरा ब्लड किसी के काम आ सकेगा।

मोहम्मद ताहा, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive