मेंहदौरी में रह रहे थे दम्पति करेली की सम्पत्ति को लेकर था विवाद महिला के रिश्तेदार का फोन पड़ोसी के यहां पहुंचा तो प्रकाश में आयी घटना भतीजों पर हत्या कराने का शक दो प्रयागराज दो कानपुर से उठाये गये PRAYGRAJ: दरवाजे पर बाहर से ताला बंद था. पालतू जानवर घर की छत पर मौजूद था. इसके अलावा कोई

मेंहदौरी में रह रहे थे दम्पति, करेली की सम्पत्ति को लेकर था विवाद

महिला के रिश्तेदार का फोन पड़ोसी के यहां पहुंचा तो प्रकाश में आयी घटना

भतीजों पर हत्या कराने का शक, दो प्रयागराज, दो कानपुर से उठाये गये

PRAYGRAJ: दरवाजे पर बाहर से ताला बंद था। पालतू जानवर घर की छत पर मौजूद था। इसके अलावा कोई हलचल नहीं। पड़ोसियों को भी पता नहीं कि कहां गये। दोनों के गायब होने का रहस्य खुला मंगलवार की शाम पड़ोस में रहने वाली महिला के यहां आए गायब महिला के रिश्तेदार के फोन से। इसके बाद सूचना पुलिस तक पहुंची। बुधवार की सुबह पुलिस पड़ोसी के घर की छत के सहारे लापता दम्पति के घर के भीतर पहुंची तो संकेत मिला कि कोई बड़ी अनहोनी हो चुकी है। ब्लड स्पॉट मिलने के बाद फोरेंसिक टीम बुला ली गयी। रिश्तेदार से हुई बातचीत के बाद पुलिस ने सच तक पहुंचने की कोशिशें शुरू कर दी। इसी में गायब पुरुष के दो भतीजों को प्रयागराज और दो को कानपुर से उठा लिया गया। आशंका जतायी जा रही है कि दम्पति की हत्या करके बॉडी गंगा में फेंक दी गयी है। लेकिन, देर रात तक पुलिस इस पर स्पष्ट तौर पर कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं थी। एसपी सिटी का कहना था कि कानपुर में पकड़े गए भतीजों को प्रयागराज लाया जा रहा है। उनसे पूछताछ के बाद ही पूरा सीन क्लीयर होगा।

गंगा किनारे बसा है मेंहदौरी एरिया

शिवकुटी थाना क्षेत्र के रसूलाबाद से लगे गंगा के किनारे मेंहदौरी गांव बसा है। इसी के पास विकास प्राधिकरण के आवासीय योजना डेवलप कर देने के बाद इस एरिया का महत्व बढ़ गया है। यहीं वर्तमान समय में इरफान अपनी पत्‍‌नी पत्‍‌नी हुस्ना के साथ रहता था। इरफान का एक भाई रिजवान है। इनका पैतृक घर व जमीन करेली में है। पिता अब्दुल की मौत के बाद दोनो भाई परिवार के साथ मेंहदौरी में आकर बस गये। दोनों ने अपना मकान सेपरेट बनवा रखा है। इरफान की शादी कौशाम्बी के असरौली की हुस्ना से हुई थी। इस रिश्ते से उसे कोई बच्चा नहीं है। उसके दूसरे भाई रिजवान के चार बेटे हैं। इनके नाम चांद, मेराज, फरहत और सिराज हैं।

भारी पड़ गया अपना हिस्सा बेचना!

करेली की पैतृक जमीन को लेकर इरफान का भतीजों से विवाद चल रहा था। कहा यह भी जा रहा है कि इरफान ने अपनी करेली वाली जमीन का काफी हिस्सा दो साल पहले बेच दिया था। इरफान का यह कदम उसके भतीजों को पसंद नहीं आया था। इरफान पत्‍‌नी के साथ कब गायब हो गया किसी को पता नहीं था। आसपास का कोई उनके बारे में पता लगाने वाला भी नहीं था। मोबाइल भी बंद बता रहा था।

मोबाइल बंद होने से खुला राज

मोबाइल बंद होना इरफान की पत्‍‌नी के रिश्तेदारों को खटक गया। पड़ोस में रहने वाली महिला ने बताया कि इरफान की ससुराल असौली से मंगलवार रात उसके पास फोन आया था। उन्होंने इरफान के बारे में पूछा तो वह पता लगाने के लिए रिजवान के घर पहुंची। रिजवान ने कोई सूचना होने से इंकार कर दिया। इसी बीच सहसों के मलावां में रहने वाली बहन ने भी इसी महिला को फोन करके इरफान और हुस्ना के बारे में पूछा। पड़ोस में रहने वाली महिला के पूछताछ करने पर गांव के लोगों को इसकी सूचना हो गयी। कुछ लोग उस महिला के घर से होते हुए इरफान के घर पहुंचे क्योंकि उसके घर में बाहर से ताला बंद था। अंदर बिखरे हुए ब्लड को देख सभी चौंक गए। इरफान के घर में ब्लड की बात सुनगांव वालों ने ताला तोड़ दिया। इसके बाद दोबारा दरवाजे में दूसरा ताला लगा दिया गया। रात से ही छानबीन में पुलिस कदमताल करती रही।

देर रात तक बॉडी खोजती रही पुलिस

छानबीन में करेली वाली जमीन के विवाद को प्राइम सस्पेक्ट मानते हुए पुलिस ने बुधवार को इरफान के भतीजों फरहत और चांद को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में दोनों ने भाई मिराज व सिराज के कानपुर में होने की बात बताई। इस पर पुलिस ने कानपुर पुलिस से बात की और मेराज और सेराज को कानपुर से उठा लिया। देर रात पुलिस के मुताबिक कानपुर से उठाए गए दोनों भतीजों ने चाची के कत्ल की बात कबूल की है। इरफान के बारे में वह अनभिज्ञता जता रहे हैं। पुलिस मान कर चल रही है कि दोनों का कत्ल करके बाडी या तो कहीं छिपा दी गयी या फिर उसे गंगा में बहा दिया गया।

सफाईकर्मी के पास मिला मोबाइल

पुलिस सूत्रों की मानें तो देर रात छानबीन में जुटी पुलिस सर्विलांस के जरिए इरफान के मोबाइल तक पहुंच गई। बताया गया कि उसका मोबाइल एक सफाई कर्मचारी के पास मिला है। पुलिस देर रात तक उसे भी हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी रही। पुलिस का मानना है कि कानपुर से हिरासत में ले लिए गए भतीजो को लेकर पुलिस आएगी इसके बाद मामला क्लीयर हो जाएगा।

मायके वाले देते थे गेहूं

इरफान के पड़ोस में रहने वाली महिला की मानें तो हुस्ना के मायके वाले हर वर्ष उसे एक कुंतल गेहूं दिया करते थे। इरफान के पास खुद करेली में काफी जमीन है। हुस्सा इस बार मायके में ही गेहूं बेचकर उसी पैसे से यहां खरीदी थी। इरफान ने घर में छोटी दुकान खोल रखा था। दुकान में सब्जी मसाले व बच्चों के खाने के सामान ज्यादा थे। बच्चे टॉफी आदि लेने के लिए रोज आते जाते रहते थे। दरवाजा अंदर से बंद होता तो सोमवार को ही बच्चे टॉफी के लिए शोर मचाते। इस स्थिति में सोमवार को ही दोनों के गायब होने की खबर मिल जाती। शायद इसीलिए दरवाजे पर बाहर से ताला लगाया गया।

गायब दंपत्ति के चार भतीजों को हिरासत में लिया गया है। दो को प्रयागराज और दो को कानपुर में हिरासत में लिया गया है। पता चल रहा है कि भतीजों से इरफान का जमीन को लेकर विवाद था। कानपुर से उठाए गए भतीजे चाची के कत्ल की बात कबूली है। कत्ल वे किए या कोई और यह स्पष्ट नहीं बता रहे। दोनों के आने के बाद ही पूरा प्रकरण साफ हो पाएगा।

बृजेश कुमार श्रीवास्तव

एसपी सिटी

Posted By: Inextlive