मुंबई में BMC ने launch किया है एक नया software. इस सॉफ्टवेयर को जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम कहा गया है. इसकी कीमत 60 लाख रुपए है.


मुंबई की सडक़ों में बने गड्ढों को भरने में नाकाम रहने वाली बीएमसी ने अब लाखों रुपए का एक ऐसा सॉफ्टवेयर लांच किया है जो कार और बाइक चलाने वालों को गड्ढों के बारे में इंफॉर्मेशन देगा. यह सॉफ्टवेयर मोबाइल पर डाउनलोड किया जा सकेगा. इसके बाद लोगों को इस बारे में पता लग सकेगा कि आगे कोई गड्ढा है, किसी गड्ढे की मरम्मत का काम हो रहा है या फिर गड्ढे को पूरी तरह से ठीक किया जा चुका है.
बीएमसी के पास पिछले कई दिनों से सडक़ों के गड्ढों के बारे में कंप्लेंट्स आ रही थीं. बीएमसी ने उनकी मरम्मत कराने की बजाय एक सॉफ्टवेयर को लांच किया है जिसकी कीमत 60 लाख रुपए है. इस सॉफ्टवेयर को जियोग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम कहा गया है. यह सिस्टम मुंबई की गलियों की मैपिंग करेगा, उनमें बने गड्ढों की हालत को ट्रैक करेगा और गड्ढों की डिफरेंट सिचुएशंस के बारे में भी बताएगा. इस सिस्टम को वेबसाइट और मोबाइल दोनों के जरिए सिटीजंस के लिए मुहैया कराया जाएगा. How it will work


यह सिस्टम मुंबई की सडक़ो का पूरा नक्शा बस एक ही क्लिक पर मोबाइल फोन पर फ्लैश कर डालेगा. इस मैप के जरिए ड्राइवर्स को गड्ढों के बारे में पूरी डिटेल मिल सकेगी. अगर गड्ढा बड़ा है तो फोन पर रेड लाइट ब्लिंक होगी, अगर उसकी मरम्मत हो रही है तो येलो लाइट और अगर आगे की सडक़ पर कोई गड्ढा नहीं है तो ग्रीन लाइट जलेगी.Complaints  भी file हो सकेंगी इस सिस्टम के जरिए सिटीजंस गड्ढों के खिलाफ कंप्लेंट्स भी दर्ज करा सकेंगे. बीएमसी के मुताबिक सभी कंप्लेंट्स को अपडेट किया जाएगा. इसके बाद बीएमसी की तरफ से भी सिटीजंस को यह बताया जाएगा कि कंप्लेंट पर किस तरह का एक्शन लिया गया और कब?  बीएमसी के मुताबिक जैसे ही कोई ड्राइवर अपने मोबाइल से गड्ढों के बारे में कोई इंफॉर्मेशन लेगा यह सिस्टम में अपने आप दर्ज हो जाएगी. इसका क्या फायदा

जहां बीएमसी इसे बेहतर प्रोजेक्ट बता रही है तो वहीं मुंबई के लोगों में इसे लेकर कोई ज्यादा एक्साइटमेंट नहीं है. उनका कहना है कि इस सिस्टम का क्या फायदा जब सडक़ ही ठीक नहीं होंगी. बीएमसी अब तक 50 लाख से भी ज्यादा की रकम गड्ढों की मरम्मत पर खर्च कर चुकी है. मुंबइकर्स का मानना है कि इससे साफ है कि बीएमसी गड्ढों को ठीक करने में पूरी तरह से फेल रही है. यह सिस्टम बस एक कंप्लेंट फाइल करने वाला सिस्टम ही है, इससे ज्यादा कुछ भी नहीं. इससे बेहतर होता कि बीएमसी अपने काम पर ध्यान देती और गड्ढों को ठीक करवाती.

Posted By: Divyanshu Bhard