स्कूल संचालकों की लापरवाही से कई छात्रों का भविष्य अधर में

स्कूलों के फर्जीवाड़े का खुलासा, छात्र नहीं दे पाएंगे परीक्षा

Meerut। एक ओर मंगलवार से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं तो वहीं बोर्ड की सख्ती से कई स्कूलों की धांधली सामने आ रही है। बोर्ड कार्यालय में सोमवार को ऐसे कई मामले सामने आए। एडमिट कार्ड लेने पहुंचे छात्रों को पता चला कि फर्जी दस्तावेज व फीस जमा न होने के कारण बोर्ड ने एडमिट कार्ड जारी ही नहीं किया है। हालांकि, छात्रों के मुताबिक उन्होंने स्कूल में फीस जमा की है। स्कूलों व नकल माफिया की मिलीभगत से कई बच्चों का भविष्य अधर में है।

यह है मामला

सोमवार को निजी स्कूलों से फार्म भरने वाले कई छात्र एडमिट कार्ड लेने बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे। इस दौरान मोरना के स्वामी कल्याण देव बालक इंटर कॉलेज व स्वामी कल्याण देव कन्या इंटर कॉलेज के करीब 150 छात्र भी अभिभावकों संग पहुंचे। उन्हें बोर्ड सचिव से पता चला कि इन स्कूलों ने बच्चों की फीस जमा ही नहीं की है, जबकि बोर्ड ने हर बच्चे के फीस चालान, बच्चों की संख्या व दस्तावेजों को वेरीफाई करने के बाद ही एडमिट कार्ड दिए हैं। ऐसे में अब किसी भी सूरत में एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जा सकता है। अभिभावकों और छात्रों के मुताबिक उन्होंने तो फीस जमा की थी। जबकि सारी गलती स्कूलों की है। बोर्ड की ओर से स्कूलों पर इंक्वारी के निर्देश दिए गए हैं।

क्लर्क को ठहराया जिम्मेदार

इधर, स्कूल संचालकों ने बाबुओं को जिम्मेदार ठहराया है। उनके मुताबिक बच्चों की फीस क्लर्क ने जमा की है जो भी गड़बड़ हुई हैं उसकी पूरी जिम्मेदारी उनकी हैं हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं।

इस लापरवाही की जिम्मेदारी पूरी तरह से स्कूलों की है। नवंबर में ही बच्चों को रजिस्ट्रेशन नंबर मिल गए थे। जिन बच्चों के नंबर नहीं मिले थे स्कूलों ने उन पर ध्यान नहीं दिया। हालांकि, विभाग ऐसे सभी स्कूलों की इंक्वायरी कराएगा। फीस जमा न होने की वजह से बच्चे परीक्षा नहीं दे पाएंगे।

राणा सहस्त्रांशु कुमार सुमन, क्षेत्रीय बोर्ड सचिव, मेरठ मंडल

हमने बच्चों की एग्जाम फीस दी थी। स्कूलों ने पहले तो कोई जवाब नहीं दिया अब पता चला कि फीस नहीं देने के कारण बच्चे परीक्षा नहीं दे पाएंगे

दिनेश शर्मा, अिभभावक

बच्चे स्कूल में रेगुलर छात्र हैं। फीस स्कूल में जमा की है। हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो गया है। स्कूल संचालकों का कहना है कि ऊपर से ही एडमिट कार्ड नहीं आएं हैं।

महेंद्र सिंह, अभिभावक

Posted By: Inextlive