यमुनापार के पालपुर गांव में आंधी से नाव डूबी, तीन की मौत, कई लापता

दो दर्जन लोग थे नाव पर, मौके पर पहुंचे डीएम व एसएसपी

ALLAHABAD: रविवार शाम आई तेज आंधी से यमुनापार के पालपुर गांव के समीप नाव पलट गई। नाव पर सवार दो दर्जन लोग पानी में डूब गए। मौके पर बालू मजदूरों ने किसी तरह एक दर्जन से ज्यादा लोगों की जान बचा ली। देर रात तक जल पुलिस के गोताखोर तीन लाश बरामद कर सके हैं। अन्य की तलाश जारी है। दो को घायलावस्था में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सूचना पाकर डीएम और एसएसपी समेत तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। खबर लिखे जाने तक नाव सवार कई लोग लापता बताए गए।

अचानक पलट गई नाव

घूरपुर के पालपुर गांव स्थित यमुना घाट से सैकड़ों लोग रोज इस पार से उस पार आते जाते हैं। रविवार को एक बड़ी नाव धूमनगंज के तारापुर गांव से करीब दो दर्जन लोगों को बैठाकर पालपुर आ रही थी। नाव पर छह बाइक व इतनी ही साइकिलें भी थीं। नाव अभी पालपुर गांव से बीस मीटर दूर थी कि अचानक तेज आंधी आने से अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे चीख पुकार मच गई और शोर सुनकर घाट के समीप मौजूद बालू मजदूरों ने नदी में छलांग लगाकर एक दर्जन लोगों की जान बचा ली। मजदूरों ने रस्सी के सहारे नाव को बाहर खींचकर लोगों को किनारे लगाया। कई लोग गहरे पानी में डूब गए। खोजबीन के दौरान पालपुर गांव के 70 साल के बुजुर्ग मेवालाल की लाश मिली। देर शाम छह साल की बच्ची पायल चौधरी पुत्री कृष्ण कुमार निवासी कौंधियारा और तीन साल के बच्चे सरस प्रताप सिंह पुत्र कृष्ण कुमार की लाश भी बरामद की गई। बाकी की तलाश देर रात तक जारी थी। दो अन्य घायलों को इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

अधिकारी मौके पर जमे, मुआवजे की घोषणा

हादसे की सूचना पाकर मौके पर डीएम संजय कुमार और एसएसपी शलभ माथुर भी पहुंचे। डीएम ने कहा कि मृतकों के परिजनों को दैवीय आपदा कोष से पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक मदद की जाएगी। मृतक मेवालाल किसान थे, इसलिए उनको कृषि बीमा योजना के तहत भी सहायता मिलेगी। घायलों को भी नियमानुसार आर्थिक मदद दी जाएगी। देर रात तक अधिकारियों की मौजूदगी में गोताखोरों का सर्च अभियान जारी रहा।

Posted By: Inextlive