PATNA : राजधानी पटना में एक बड़ा हादसा टल गया। दरअसल दीघा थाना क्षेत्र में गंगा में बालू और 20 यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई। उफनाती नदी में नाव पलटने के बाद लोग दहशत में आ गए। 17 यात्रियों ने अपनी जान पर खेलकर गंगा में तैरते हुए बाहर निकल अपनी जान बचाई तो वहीं तीन लोग गंगा की धार में फंस गए। बाद में उन्हें एसडीआरएफ की टीम ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।

डोरीगंज से आ रही थी नाव

जानकारी के अनुसार दीघा थाना क्षेत्र के गंगा नदी में डोरीगंज से गायघाट के लिए एक नाविक बालू लेकर आ रहा था। नाव में बालू लोड करने के साथ ही उसने 20 लोगों को भी बैठा लिया जिससे नाव का लोड बढ़ गया। गंगा के उफनती धारा के बीच नाव जैसे ही गांधी सेतु के पाया नंबर 5 के पास पहुंची। तेज धार के बीच नाव अचानक डगमगाने लगी और पलट गई। नाव पलटने के बाद चीख-पुकार मच गई। किसी तरह से 17 यात्री तैरकर बाहर निकल गए। वहीं तीन लोग फंस गए थे। वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को फोनकर इसकी सूचना दी। तुरंत ही मौके पर एसडीआरएफ और पुलिस की टीम पहुंची और फंसे हुए लोगों को बाहर निकाला।

रस्सी के सहारे 150 फीट नीचे जाकर सूरज ने बचाई तीन की जान

दीघा के सूरज (25) ने गुरुवार को इंसानियत की बड़ी मिसाल पेश की। उसने अपनी जान जोखिम में डालकर तीन लोगों की जिंदगी बचाई। वह रस्सी के सहारे 150 फीट नीचे गया और नदी में डूब रहे तीन लोगों को सकुशल बाहर निकाला। मौके पर मौजूद डीएसपी (विधि-व्यवस्था) डॉ। राकेश कुमार व थानाध्यक्ष पीके चौधरी ने सूरज के हौसले और साहस सराहना की। सूरज पेंटिंग का काम करता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि नाविक के नाम और पते की जानकारी नहीं मिल सकी। नाव हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार सोनपुर की तरफ से एक नाव बालू लेकर दीघा की ओर आ रही थी। उस पर 20 लोग सवार थे। जेपी सेतु के पाया नंबर-पांच से टकराकर नाव पलट गई और लोग डूबने लगे। सूचना मिलते ही थाना पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। एसडीआरएफ ने खनन विभाग की नाव से डूब रहे 17 लोगों को बचा लिया, जबकि तीन लोग नदी में पिलर से लटककर फंसे रहे जिनकी जान सूरज ने बचाई।

Posted By: Inextlive