इंग्लैंड के मशहूर क्रिकेटर बाॅब विलिस का बुधवार को 70 साल की उम्र में निधन हो गया। विलिस को कैंसर था जिसके चलते उन्होंने इंग्लैंड में अंतिम सांस ली। विलिस एक तेज गेंदबाज थे और उन्हें बेकार हो चुके घुटनों के बावजूद एक दशक तक खेलने के लिए याद किया जाता है।

कानपुर। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज बाॅब विलिस का बुधवार को 70 साल की उम्र में निधन हो गया। बाॅब प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित थे। बाॅब के निधन के बाद उनके परिवार ने एक बयान में कहा, 'बाॅब को खोने से हम सभी काफी दुखी हैं। वह एक बेहतर पति, पिता, भाई और दादा जी थे। उनका हम सभी के जीवन में बड़ा प्रभाव रहा है। वह हमेशा याद आएंगे।' वहीं इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने बाॅब को इंग्लैंड क्रिकेट का लीजेंड बताया। जबकि इंग्लैंड क्रिकेट टीम के डायरेक्टर एश्ले गिल्स ने कहा, 'बाॅब विलिस के निधन की खबर काफी दुखद। वह काफी अच्छे इंसान थे।'

एक पारी में आठ विकेट लेकर रचा था इतिहास

लंबे कद के बाॅब विलिस ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत साल 1971 में की थी। उस वक्त वह इंग्लिश क्रिकेट टीम के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक थे। बाॅब ने पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेला था। इसके बाद वह अगले 15 सालों तक इंग्लिश क्रिकेट टीम की गेंदबाजी का मुख्य हथियार बने रहे। बाॅब को साल 1981 में हुई एशेज सीरीज में इंग्लैंड की 18 रन की ऐतिहासिक जीत के लिए याद किया जाता है। उस मैच में अंतिम पारी में बाॅब ने आठ कंगारु बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था जिसके बाद वह इंग्लैंड के हीरो बन गए।

We're very sad to hear of the passing of MCC Honorary Life Member, Bob Willis.
A Lord's legend & former England captain whose name is on the Honours Boards three times.
Our thoughts are with his friends and family. pic.twitter.com/KgyQbHdYqq

— Lord's Cricket Ground (@HomeOfCricket) 4 December 2019


वनडे में भी चटकाए हैं काफी विकेट
बाॅब विलिस के वनडे करियर की बात करें तो इस गेंदबाज ने अपने देश के लिए 64 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें 80 विकेट चटकाए। वनडे में उन्होंने चार बार मैच में चार विकेट लेने का कारनामा किया। हालांकि टेस्ट में वह 16 बार पांच विकेट ले चुके थे। मगर कभी 10 विकेट नहीं हासिल कर पाए।

ऑपरेशन वाले पैर से खेला मैच

बाॅब विलिस के करियर की खास बात यह थी कि उन्होंने करीब एक दशक तक बेकार पैर के साथ क्रिकेट खेला। साल 1975 में जब वह 26 साल के थे तब उनके पैर के दोनों घुटनों में काफी तकलीफ हुई। चूंकि वह तेज गेंदबाज थे, ऐसे में पैर की इंजरी काफी मायने रखती थी। इसके बावजूद इस गेंदबाज ने हार नहीं मानी और दोनों घुटनों का ऑपरेशन करवाकर अगले 9 साल तक और क्रिकेट खेला। साल 1984 में क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद बाॅब विलिस ने कमेंटेटर की भूमिका निभाई।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari