बंगाली और हिंदी फ़िल्मों की जानी-मानी अभिनेत्री सुचित्रा सेन की हालत बेहद गंभीर है. 82 वर्षीय सुचित्रा कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती हैं.


डॉक्टरों के मुताबिक़ उनके फेफड़ों में पानी भर गया है और उन्हें लगातार ऑक्सीज़न मुहैया कराई जा रही है.सुचित्रा, मधुमेह से भी पीड़ित हैं. इस वजह से उनकी सेहत ज़्यादा बिगड़ी. डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही हैसुचित्रा, पिछले कई सालों से एक गुमनाम ज़िंदगी बिता रही हैं. वो कोलकाता स्थित अपने घर में ही ज़्यादातर वक़्त बिता रही थीं.उन्हें लंबे समय से सार्वजनिक तौर पर देखा ही नहीं गया.करियरउन्होंने 1952 में बंगाली फ़िल्म 'शेष कोथाय' से अपना करियर शुरू किया और कई मशहूर फ़िल्में कीं. उन्होंने हिंदी फ़िल्मों में भी यदा-कदा काम किया पर उनकी असल पहचान बंगाली फ़िल्मों से ही बनी.बिमल रॉय की मशहूर फ़िल्म 'देवदास' में उन्होंने पारो का किरदार निभाया. इस फ़िल्म में दिलीप कुमार, मोतीलाल और वैजयंती माला जैसे मशहूर हिंदी फ़िल्म कलाकार भी थे.


इसके अलावा वो 1966 की फ़िल्म 'बंबई का बाबू' में  देव आनंद के साथ नज़र आईं.सुचित्रा सेन को हिंदी फ़िल्म प्रेमी सबसे ज़्यादा जानते हैं 1975 में रिलीज़ हुई फ़िल्म 'आंधी' से. गुलज़ार निर्देशित इस फ़िल्म में वो  संजीव कुमार के साथ दिखीं. 'आंधी' के गाने बेहद मशहूर रहे.

फ़िल्म कामयाब भी रही और विवादित भी, क्योंकि कथित तौर पर सुचित्रा का किरदार तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से मिलता जुलता था.साल 1978 में रिलीज़ हुई बंगाली फ़िल्म 'प्रनॉय पाशा' के बाद उन्होंने फ़िल्मों से संन्यास ले लिया और एक गुमनामी की ज़िंदगी जीने लगीं. उन्होंने लोगों से मिलना जुलना भी छोड़ दिया.कहा जाता है कि साल 2005 में उन्होंने प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार लेने से भी इनकार कर दिया क्योंकि वो किसी को नज़र नहीं आना चाहती थीं.

Posted By: Subhesh Sharma