बुक फेयर में दिख रहा युवाओं को किताबों के साथ प्रेम

ऑन लाइन से बेहतर किताबों से सीधे जुड़ना पसंद करते हैं युवा

ALLAHABAD: किताबें हमेशा से ही सबसे अच्छी दोस्त साबित होती रही हैं। हर पीढ़ी के लोग किताबों की दुनियां को पसंद करते हैं। हालांकि अब किताबें ऑन लाइन भी उपलब्ध हैं, लेकिन अधिकतर युवाओं को अब भी ऑफ लाइन किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है। यही कारण है कि बुक फेयर में युवाओं की भीड़ दिख रही है। इलाहाबाद म्युजियम में चल रहे बुक फेयर में आने वालों में सबसे अधिक युवा हैं।

गुरुदेव के जीवन चरित्र का क्रेज

बुक फेयर में सबसे अधिक मांग गुरुदेव रविन्द्र नाथ टैगोर के जीवन चरित्र की है। आयोजक बताते हैं कि उनके जीवन से जुड़ी किताबें अधिक बिक रही हैं। म्युजियम के केन्द्रीय कक्ष में चल रहे बुक फेयर में अन्य किताबें भी लोगों को आकर्षित कर रही हैं। इलाहाबाद की संस्कृति, शायरी और जीवन चर्या के प्रति अधिक रूझान दिख रहा है। महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिन्दी पत्रकारिता, अज्ञेय जैसे रचनाकारों की किताबें भी पसंद की जा रही हैं। प्रदर्शनी 23 अक्टूबर तक आयोजित की गई है। संग्रहालय के अधिकारियों ने बताया कि बुक फेयर में सभी किताबों पर तीस प्रतिशत तक की विशेष छूट दी जा रही है।

वर्जन

बुक फेयर में जो भी किताबें आयी हैं। सभी अपने अलग अंदाज के हिसाब से बेस्ट हैं। जो आनंद किताबों से सीधे जुड़ने पर है, वो ऑन लाइन पढ़ने में नहीं आता है।

गौरी

गुरुदेव रविन्द्र नाथ का जीवन और उनकी रचनाएं सभी को पसंद आती हैं। लेकिन ऑन लाइन किसी भी रचना को पढ़ते समय समझने में दिक्कत होती है। इसलिए किताबों को खरीदकर उसे पढ़ना अधिक फायदे मंद रहता है।

विमलेश पाण्डेय

अक्सर किताब लेते समय उसके इंडेक्स और कान्सेप्ट पर अधिक ध्यान रहता है। ऑन लाइन बुक्स लेने या पढ़ते समय इसे देखने और समझने में समस्या होती है। बुक फेयर में ये असुविधा नहीं होती है।

पवनेश

मुझे किताबों में शुरू से रूचि रही है। आनलाइन कि किताब को पढने में वो बात नहीं, जो किताब को सामने रख कर पढ़ने में है। किसी भी किताब के प्रत्येक शब्द को पढ़ना और उसको समझना अधिक अच्छा लगता है।

आलोक

Posted By: Inextlive