-- RTO ऑफिस की ओर से जल्द शुरू की जाएगी यह सुविधा

- मनचाहा नंबर पाने के लिए अब दलालों के नहीं लगाने होंगे चक्करर

- नोएडा और गाजियाबाद में शुरू हो चुकी है यह सर्विस, जल्द प्रदेश भर में होगी सुविधा

sanjeev.pandey@inext.co.in

LUCKNOW: न तो लंबी लाइन होगी और न ही बार-बार आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने होंगे। न बाबू को झिडि़कियां सुननी होंगी, न दलालों की मिन्नतें करनी होंगी और न ही वीआईपी नम्बर के लिए सुविधा शुल्क देना होगा। घर बैठे अपना फेवरेट नम्बर सेलेक्ट कीजिए और फीस जमाकर अपना मनचाहा नम्बर लीजिए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि इस योजना की शुरुआत नोएडा और गाजियाबाद में हो चुकी है। वहां पर एक-एक दिन में भ्0 से अधिक नम्बर बुक हो जाते हैं। जल्द ही इसे प्रदेश भर में लागू किए जाने की योजना है।

देते थे सुविधा शुल्क

आरटीओ डिपार्टमेंट के एक अधिकारी के अनुसार वीआईपी नम्बर्स की प्रक्रिया इसी महीने से ऑनलाइन कर दी जाएगी। कोई भी व्यक्ति घर बैठे इन नम्बर्स की बुकिंग कर सकेगा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि वीआईपी नम्बर्स की लिस्ट में लगभग ढाई सौ नम्बर्स शामिल हैं। इनकी फीस तीन हजार से क्भ् हजार रुपए तक हैं। इन वीआईपी नम्बर्स के लिए तमाम लोगों को नहीं मिल पाते थे। कभी बताया जाता था कि नम्बर नहीं है। नम्बर होने पर लोगों से मोटी रकम वसूली जाती थी। कई नम्बर्स तो ऐसे हैं जिनके लिए लोग भ्0 हजार रुपए तक सुविधा शुल्क देने को तैयार हो जाते हैं।

यह भी जानें

अधिकारियों की माने तो ऑनलाइन में मनचाहा नम्बर लेने के लिए आपको ऑनलाइन ही रकम जमा करनी है। जो व्यक्ति नम्बर एलॉट करेगा उसी के नाम से जारी किया जाएगा। किसी और के नाम यह नम्बर ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। कई बार फोर व्हीलर गाडि़यों के लिए वेटिंग होती है। इसके चलते नम्बर लेने वाले व्यक्ति को फ्0 दिन का समय दिया जाएगा। फ्0 दिन बाद गाड़ी न लाने पर उसका नम्बर कैंसिल कर दिया जाएगा और नम्बर के लिए जमा फीस भी जब्त हो जाएगी। इतना ही नहीं नम्बर लेने के लिए आपको पहले वाले नम्बर्स के खत्म होने का इंतजार भी नहीं करना है। आप अपना नम्बर कभी भी ले सकते हैं।

छुट्टी के दिन भी होगा काम

कार्यालय से जुड़े लोगों ने बताया कि वीआईपी नम्बर्स खत्म होने के बाद उसकी अगली लिस्ट जिस दिन कम्प्यूटर में डाली जाएगी, उस दिन वह नहीं खुलेंगे बल्कि उसके दूसरे दिन वह नम्बर खुलेंगे जिससे कोई विभागीय व्यक्ति भी इसका दुरुपयोग न कर सकें। सिर्फ इतना ही नहीं इन नम्बर्स को एलॉट करने के लिए कार्यालय खुलने का इंतजार नहीं करना होगा। छुट्टी के दिनों में भी आप यह नम्बर बुक करा सकते हैं।

वीआईपी नम्बर्स के सभी सीरीज में मारामारी रहती है। इन नम्बर्स को पाने के लिए लोग परेशान रहते हैं, लेकिन इस योजना के लागू होने से हाय-तौबा खत्म होगी।

- राघवेन्द्र प्रताप सिंह

एआरटी प्रशासन

Posted By: Inextlive