स्‍पॉट फिक्‍िसंग में फंसे राजस्‍थान रॉयल्‍स के प्‍लेयर्स श्रीसंत अजित चंदीला और अंकित चव्‍हाण को भी यह अंदाजा नहीं रहा होगा कि सट्टेबाज उन्‍हें किस तरह यूज कर रहे हैं. दरअसल सट्टेबाजों ने इन प्‍लेयर्स को जो पैसा दिया वह तो कुछ भी नहीं था. इन सट्टेबाजों ने इन प्‍लेयर्स को कुछ लाख का लालच देकर करोड़ों के वारे न्‍यारे कर लिए.


यूके की साइट से कमाया पैसा अब स्पॉट फिक्िसंग का इंटरनेशनल कनेक्शन सामने आ रहा है. दरअसल बुकीज ने यूके बेस्ड एक साइट पर सट्टेबाजी कर करोड़ों कमाए थे. यह बेटिंग साइट www.betfair.com है. पुलिस का कहना है कि सट्टेबाज संजीव अग्रवाल और उसके भाई राजेश अग्रवाल ने इस साइट पर बेटिंग कर 200 करोड़ रुपए कमाए. मुंबई क्राइम ब्रांच ने जो पूछताछ की है उसमें सामने आया है कि अग्रवाल बंधु इस खेल के बड़े खिलाड़ी जूपिटर के पार्टनर थे. इस जूपिटर का असली नाम चंद्रेश बड़जात्या है. इन सट्टेबाजों ने यूजर नेम Indian_41 से यूकी की बेटिंग साइट पर बेटिंग की. इन सट्टेबाजों ने इसके लिए यूजर आईडी rajesh_69@sifi.com का यूज किया.  
इस पूरी जांच में यूके का एक मोबाइल नंबर भी सामने आया है. इस मोबाइल नंबर को बेटिंग के लिए यूज किए गए यूजर नेम के साथ लिंक किया गया था. यह मोबाइल नंबर 0044778529474 है. बेटिंग से जीते गए पैसे को यूके की एक बैंक में जमा कराया गया है. इसके बाद हवाला के माध्यम से पैसा इंडिया पहुंचाया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच और दिल्ली पुलिस को जुपिटर और नागपुर के छोटा की तलाश है.

Posted By: Garima Shukla