ये दोनों जीते जी भी एक दूसरे से जुदा नहीं होते थे और अब मौत के बाद भी इनका साथ हमेशा का हो चुका है.


इन्होंने आगामी शनिवार के दिन परिणय सूत्र में बंधने की पूरी तैयारी कर रखी थी, लेकिन चरमपंथियों ने इनके मंसूबों को धराशायी कर दिया.आख़िरकार शुक्रवार देर शाम इनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.एम्बुगा मवांगी और रोज़मेरी व्हाइतो का प्रेम इस क़दर अटूट था कि इनके माँ-बाप ने इन दोनों की मौत के बाद भी इन्हें पति-पत्नी का सम्मान देते हुए इनका अंतिम संस्कार किया.29 वर्षीय कारोबारी एम्बुगा मवांगी अपनी शादी की तैयारी के सिलसिले में गत शनिवार अपनी प्रेमिका के साथ वेस्टगेट मॉल पहुंचे थे.इन दोनों ने अपनी शादी की पोशाक तक तय कर ली थी और यहाँ तक की परोसे जाने वाले केक का फ़्लेवर भी.सिर्फ़ शादी होने के स्थल का चयन बाक़ी था और ये सभी बातें तब उजागर हुईं जब एम्बुगा मवांगी की मौत के बाद उनका अंतिम संदेश पढ़ा गया.
इन दोनों के अंतिम संस्कार के समय कीनिया की नामचीन हस्तियाँ मौजूद थीं क्योंकि एम्बुगा मवांगी, राष्ट्रपति केन्याटा के भतीजे थे.सात गोलियांशनिवार के दिन जब  वेस्टगेट पर हमला हुआ तब एम्बुगा मवांगी और रोज़मेरी व्हाइतो एक रेस्टोरेंट में बैठे थे.हमलावरों ने इस रेस्टोरेंट के दरवाज़े से घुसते हुए अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं और चश्मदीदों के अनुसार इन दोनों ने एक दूसरे को पकड़े रखा.


कीनिया सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इनके अंतिम संस्कार के समय बताया कि इन दोनों को कुल मिलाकर सात गोलियां लगीं थीं.अंतिम संस्कार के समय कीनिया के राष्ट्रपति केन्याटा का पूरा परिवार मौजूद था.उन्होंने कहा, "मातम मनाने के बजाए हमें एक ऐसे कीनियाई समाज को सलाम करना चाहिए जिसमे इस तरह के प्रेम करने वाले युवा जन्म लेते हैं".एम्बुगा मवांगी और रोज़मेरी व्हाइतो उन तमाम लोगों में शामिल थे जो गत शनिवार को वेस्टगेट मॉल में हुए अल-शबाब गुट के चरमपंथी हमले का शिकार बने.सरकार के अनुसार अभी तक मरने वालों की संख्या 67 है जबकि अभी तक 61 लोग लापता बताए जा रहे हैं.अधिकारियों के अनुसार लापता लोग मॉल के ढह चुके एक हिस्से के नीचे दबे हो सकते हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh