PATNA : आई नेक्स्ट की खबर बिहार सरकार ने लगाया 'बच्चों वाली शराब' पर ठप्पा की गंूज अब नीतीश मंत्रिमंडल में भी सुनाई देगी. पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने इस खबर को गंभीरता से लेते हुए विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाई है. वह वाइन फॉर नीतीश मंत्रिमंडल नाम से बड़ा अभियान चलाने जा रहे हैं जिसमें सीएम के साथ उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को बच्चों वाली शराब भेजी जाएगी. शराब और अपराध से घेरते हुए उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है तथा प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कही है. मालूम हो कि 10 जनवरी को आई नेक्स्ट ने बिहार सरकार ने लगाया 'बच्चों वाली शराब' पर ठप्पा हेडिंग से खबर ब्रेक की थी.

 

आईनेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा  

हैरत की बात तो यह है कि बिहार सरकार ने बच्चों वाली शराब की बिक्री पर मुहर लगा दी है और शराबबंदी के मुद्दे को लेकर विरोध करने वालों को खबर तक नहीं हुई। इस गंभीर मामले को जब आई नेक्स्ट ने उठाया तो राजनीतिक पार्टियों में भी हलचल मच गई। भाजपा से लेकर कई पार्टी में उबाल आ गया। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश ने रविवार को प्रेस कांफ्रेस कर जहां सरकार का विरोध किया, वहीं सोमवार को जीतन राम मांझी ने वाइन फॉर नीतीश मंत्रिमंडल नाम से बड़ा अभियान चलाने का एलान किया।

 

तो मांगेंगे फुल अल्कोहल

मांझी ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेस में कहा कि नीतीश प्रदेश के नौनिहालों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बच्चों वाली शराब की बिक्री को मंजूरी देकर उन्होंने पैसा कमाने की मंशा को उजागर कर दिया है। बच्चे इस शराब का टेस्ट लेना शुरू कर दिए तो वह आदती हो जाएंगे और फिर फुल अल्कोहल वाली शराब पीएंगे। उन्होंने 31 मार्च तक का अल्टीमेटम दिया है। इस बीच बच्चों वाली शराब को बंद नहीं किया गया तो एक अप्रैल से वाइन फॉर नीतीश मंत्रिमंडल अभियान के तहत सीएम और उनके मंत्रियों को बच्चों वाली शराब की बोतले पार्सल की जाएंगी। पूर्व सीएम ने कहा कि वह भरी बोतलों को मंत्रियों और उनके बच्चों को पीने के लिए देंगे और खाली बोतले भी इक_ा कर उन्हें पार्सल करेंगे।

 

बोतल में बंद भविष्य    

पूर्व सीएम ने कहा कि बिहार का भविष्य बच्चों वाली शराब की बोतल में बंद है। हाथ में बोतल लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूर्ण शराबबंदी की बात कर रहे थे, लेकिन बैकफुट हो गए। अब तो हद ही हो गई है। वह प्रदेश में क्या करना चाहते हैं कुछ समझ में नहीं आ रहा है। कोका कोला 15 रुपए में मिलता है लेकिन कोला में स्प्रिट मिलाकर उसे महंगे दाम में बेचा जा रहा है। यह बहुत बड़ा खिलवाड़ है, क्योंकि बच्चों वाली शराब की बोतल पर भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साफ साफ लिखा है।

Posted By: Inextlive