बॉक्सर मनोज खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं और वे स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री पर मुकदमा ठोंकने की तैयारी में भी हैं. दरअसल इस साल अर्जुन अवार्ड विनर्स की लिस्ट में अपना नाम न देखकर मनोज काफी तनाव में हैं. पढ़िए क्या है पूरा मामला.

मेरे साथ धोखा हुआ : मनोज
मनोज ने कहा बताया कि मेरे बड़े भाई ने 13 अगस्त को स्पोर्ट्स सेक्रेटरी मिले थे. तब खुद उन्होंने माना था कि मिनिस्ट्री की ओर से गलती हुई थी. क्योंकि उन्हें लगा था कि मुझ पर डोपिंग के आरोप हैं. अजीत शरण जी ने मेरे भाई से कहा था कि रिव्यू मीटिंग में मेरा नाम लिस्ट में शामिल कर लिया जाएगा. उसके ठीक अगले दिन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) डीजी ने मुझे खुद फोन किया और कहा कि मेरे साथ कोई नाइंसाफी नहीं होगी. उन्होंने वादा किया था कि मेरा नाम अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ियों की लिस्ट में डाल दिया जाएगा लेकिन ये सब खोखले वादे और दावे निकले और अब वह अपनी बात से पीछे हट गए. अगले हफ्ते एशियन गेम्स के लिए मेरा ट्रायल है और फिलहाल मैं बहुत टेंशन में हूं. पहले उन्होंने मुझे गलती से डोपिंग का गिल्टी बताकर मेरी इमेज बिगाड़ने का काम किया और फिर अपने वादे से भी पीछे हट गए. ये अपमान और धोखा है.

कमेटी लिस्ट में कोई चेंज नहीं करेगी

अर्जुन अवॉर्ड के लिए मुक्केबाज जय भगवान के कंट्रोवर्शियल पर सेलेक्शन कमेटी ने कायम रहने का फैसला लिया है. चयन समिति अब 15 एथलीटों की इस सूची में कोई बदलाव करने के पक्ष में नहीं है. SAI के डायरेक्टर जीजी थॉम्पसन भी अवार्ड कमेटी में शामिल थे और उनके मुताबिक सात एथलीटों के नामों पर पैनल में दोबारा बात हुई लेकिन आखिर में ये फैसला हुआ कि किसी चेंज की जरूरत नहीं है. मनोज के बड़े भाई और कोच राजेश कुमार ने कहा है कि वो पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में मुकदमा ठोकेंगे. उन्होंने कहा कि ये मेरे भाई के साथ नाइंसाफी है. देश का नाम रोशन करने वाले एथलीट के साथ ऐसा किया जाएगा तो इससे उसे क्या इंकरेजमेंट मिलेगा?

Hindi News from Sports News Desk

 

Posted By: Shweta Mishra