ALLAHABAD: ये चीख-चीखकर कहते हैं कि हम गेम का भला चाहते हैं. प्लेयर्स का भला चाहते हैं और देश का भी. हालांकि इनके फैसले खुद इनकी ही कथनी को कटघरे में खड़ा करते हैं. अब देखिए ना स्टेट लेवल की टीम चुनी जानी थी. होना ये चाहिए था कि ट्रायल में सभी को अपना बेस्ट दिखाने का मौका दिया जाता. यहां कुछ और ही हुआ. कुछ बॉक्सर्स को जॉब में होने के कारण ट्रायल में शामिल ही नहीं होने दिया गया. खास बात ये है कि इनमें इंटरनेशनल लेवल पर परफॉर्म कर चुके बॉक्सर भी शामिल थे.

हैदराबाद में होनी है चैंपियनशिप

सीनियर नेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट का आयोजन हैदराबाद में होना है। इसके लिए यूपी टीम का सेलेक्शन ट्रायल सैटरडे को मदनमोहन मालवीय स्टेडियम में ऑर्गनाइज किया गया था। सेलेक्शन के बाद टीम को यहां से सीधे हैदराबाद के लिए कूच करना है। ट्रायल में भाग लेने स्टेट भर से बॉक्सर्स जुटे थे। इलाहाबाद के अलावा मेरठ जैसे शहरों के प्लेयर्स इनमें शामिल थे।

 Sorry, You are not eligible

ट्रायल के लिए पहुंचे प्लेयर्स में इलाहाबाद के देवांशु, अभिषेक के अलावा मेरठ के विपिन व विजय भी शामिल थे। ऑर्गनाइजिंग एसोसिएशन ने लास्ट टाइम पर इन चारों को ट्रायल से बाहर कर दिया। उनसे कहा गया कि वे इसमें पार्टिसिपेट नहीं कर सकते। क्यों, इस सवाल पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने प्लेयर्स के जॉब में होने का कारण बताया। कहा गया कि विजय मुरादाबाद पुलिस विभाग में जॉब करता है। देवांशु, अभिषेक और विपिन मिलिट्री में जॉब करते हैं। ऐसे में वे ट्रायल में पार्टिसिपेट नहीं कर सकते।

 Sir, करियर चौपट हो जाएगा

देवांशु, अभिषेक और विपिन ने बताया कि वे मिलिट्री की तरफ से खेलते हैं। हालांकि उन्हें परमानेंट जॉब नहीं मिली है। ये जरूर आश्वासन मिला है कि नेशनल टूर्नामेंट में मेडल जीतने पर उनकी जॉब पक्की हो जाएगी। हालांकि एसोसिएशन के फैसले ने उनके सपनों पर ग्रहण लगा दिया है। उनका कहना था कि इस तरह तो उनका भविष्य ही चौपट हो जाएगा।

 'आदेश के मुताबिक लिया गया ट्रायलÓ

चीफ सेलेक्टर एसएन मिश्रा ने बताया कि यूपी बाक्सिंग एसोसिएशन के सचिव अनिल कुमार मिश्रा की ओर से उन्हें आदेश मिला था। इसमें कहा गया था कि हैदराबाद में आयोजित होने वाले टूर्नामेंट के लिए सिर्फ उन्हीं प्लेयर्स का ट्रायल होगा जो किसी जॉब में नहीं हैं। सचिव के आदेश के आधार पर ही ट्रायल लिया गया और इन प्लेयर्स को बाहर कर दिया गया। चर्चा रही हैदराबाद में गोल्ड मेडल जीतने वाले यूपी के प्लेयर को रेलवे में जॉब मिलनी तय है। यही कारण था कि टीम में शामिल होने का मौका उन्हें दिया गया जो किसी जॉब में नहीं हैं।

 ये कैसे हो गया

सेलेक्टेड टीम का एनाउंसमेंट हुआ तो एक बार फिर ट्विस्ट आ गया। 10 मेंबर्स वाली टीम में एक ऐसा भी प्लेयर था जो पुलिस विभाग में जॉब करता है। आयोजकों की ओर से भेजी गई लिस्ट में बकायदा इसका उल्लेख भी है। यही नहीं देवांशु को इस टीम का कोच भी बनाया गया है। ये वही देवांशु है जिसे ऐन मौके पर ट्रायल से बाहर कर दिया गया था।

Posted By: Inextlive