द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म : नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूलते डुमरिया के पारुलिया के रहने वाले एक बालक अमित बेरा को गुड़ाबांधा पुलिस ने शनिवार की देर शाम को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए गुड़ाबांधा थाना प्रभारी अर्जुन पूर्ति ने बताया कि यह बालक अपने दो अन्य बालकों के साथ डुमरिया के हाईस्कूल के शिक्षक सुनील साव व सबिता साव से दो लाख रुपये की रंगदारी नक्सलियों के नाम पर मांग रहा था। बालकों द्वारा बार-बार शिक्षक दंपत्ति को परेशान किया जा रहा था कि नहीं देने पर उनके परिवार को मार दिया जाएगा। अस्ती बाजार के समीप रहने वाले शिक्षक दंपत्ति शनिवार को गुड़ाबांधा पुलिस की शरण ली। बालकों का फोन कई बार आया। बालको द्वारा फोन आया कि दो लाख रुपया अस्ती घाटी में एक पेड़ के नीचे रखकर चले जाये। इसके बाद पुलिस के कहने पर शिक्षक ने बालकों को बताया कि वे वृद्ध है आ नहीं सकते और उनके पास अभी एक लाख रुपये हैं, वे घर आकर राशि लेकर जाये। आनाकानी करने के बावजूद बालक अपनी बाइक संख्या जेएच 05 एक्यू 6601 सवार होकर शिक्षक दंपत्ति के घर पहुंचे। यह बाइक हीरो कंपनी की लाल रंग इग्नीटर थी। इससे पूर्व शनिवार की शाम को गुड़ाबांधा थाना प्रभारी द्वारा गठित में एसआई सुधीर कुमार, एएसआई बीडी राय सहित अन्य जवानों ने शिक्षक के घर को चारो ओर से सादे लिबास में घेर लिया। बाइक से उतरकर तीनों बालक शिक्षक के घर के अंदर दाखिल हुए। शिक्षक बालक को रुपये का भरा बैग जैसे-तैसे हाथ में दिया। इस कारण बैग गिर गया और रुपये भी गिर गये। सभी बालक रुपये चुनने लगे। तभी बिजली गुल हो गई। दो बालक अनहोनी की आशंका को देखते हुए भाग खड़े हुए। लेकिन एक बालक पारुलिया का अमित बेरा पुलिस के हाथ में आ गया। इसके बाद शिक्षक दंपत्ति ने राहत की सांस ली। गुड़ाबांधा थाना प्रभारी अर्जुन पूर्ति ने इस अभियान में लगे सभी जवानों को बधाई दी है।

सभी आरोपी बालक कक्षा 9 के छात्र

डुमरिया : नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूलते धराये बालक अमित बेरा ने पुलिस को जो बयान दिया है, वह चौंकाने वाला है। अमित ने बताया कि इस कांड को अंजाम देने में डुमरिया का सोयेब व रांगामाटिया का वासुदेव भी उनके साथ है। सभी विभिन्न स्कूलों के कक्षा 9 के छात्र है। स्कूली छात्रों द्वारा इस तरह की वारदात को अंजाम देने की यह पहली घटना है। इससे डुमरिया के लोग व प्रशासन भी हैरान है। आखिर कक्षा 9 के छात्रों को यह काम करने की जरूरत कैसे आ पड़ी।

इससे पहले भी शिक्षक ने दी है लेवी

डुमरिया : डुमरिया के अस्ती के जिस शिक्षक सुनील साव से लेवी वसूलने की बात की जा रही है। उसने इससे पहले भी नक्सलियों के नाम पर लेवी की राशि दी है। शिक्षक ने वर्ष 2012 में 7 हजार रुपया तथा वर्ष 2014 के मई-जून में एक लाख 20 हजार रुपये बालकों द्वारा बताये गये अस्ती घाटी के निर्धारित स्थान पर छोड़ दिया गया था।

Posted By: Inextlive