ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही मरीज को कुछ पैसे खर्च कर कराना है एसजीपीजीआई में भर्ती

बाद में इलाज का पूरा खर्च शासन की ओर से वहन किया जाएगा, भर्ती होने के बाद बनेगा इस्टीमेट

ALLAHABAD: बेली हॉस्पिटल में भर्ती राजापुर कछार की 14 वर्षीय फरहीन को किसी मददगार की तलाश है, जो उसे लखनऊ एसजीपीजीआई में भर्ती करा सके। इसके बाद इलाज का खर्च शासन उठाएगा। मददगार नहीं मिलने से फरहीन जिंदगी और मौत के बीच जूझने को मजबूर है। बता दें कि फरहीन का घर बाढ़ में डूबने से वह परिवार समेत राहत शिविर में रहने लगी थी। इस बीच उसकी तबियत खराब हो गई। जानकारी होने पर आई नेक्स्ट ने उसे बेली हॉस्पिटल में भर्ती कराकर इलाज शुरू करवाया। प्रशासन ने मामले की जानकारी होने पर इलाज के लिए शासन को पत्र लिखा था। शासन का कहना है कि महिला कल्याण विभाग की ओर से फरहीन के इलाज का खर्च एसजीपीजीआई लखनऊ को उपलब्ध करा दिया जाएगा, लेकिन, इससे पहले फरहीन को भर्ती कराना जरूरी है। जो उसे भर्ती कराएगा उसे एडवांस में कुछ रकम जमा करानी होगी। इसके बाद उसका इलाज शुरू हो जाएगा। पैसा एसजीपीजीआई के एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। डीपीओ पंकज मिश्रा ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही फरहीन के इलाज का स्टीमेट एसजीपीजीआई में भर्ती कराने के बाद बनवाया जाएगा। उसी के आधार पर शासन की ओर से फंड उपलब्ध होगा। बेली हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ। वीके सिंह का कहना है कि फरहीन को जितनी जल्दी हो सके यहां से शिफ्ट करना जरूरी है। बेहतर इलाज से ही उसकी जान बच सकती है।

Posted By: Inextlive