- फिजिकली चैलेंज्ड सौम्या ने दिखाया गजब का साहस, दिया पहली बार वोट

- आठ साल की उम्र में छत से गिरने के बाद पैरलाइज्ड है सौम्या की 70 परसेंट बॉडी

VARANASI: बनारस के चुनाव में वैसे तो बहुत ही अजब-गजब उत्साही वोटर्स देखने को मिले मगर सौम्या का साहस शायद इन सब पर भारी रहा। पाण्डेयपुर पंचक्रोशी रोड स्थित केशव नगर कॉलोनी में रहने वाली सौम्या ने करीब ख्ख् साल बिस्तर से उठीं और वो भी सिर्फ वोट देने के लिए। ख्ख् साल पहले सौम्या जब आठ साल की थी, छत से गिरने और स्पाइनल इंजरी के चलते तब से उनकी बॉडी का 70 परसेंट हिस्सा पैरलाइज्ड है।

खुद से दिखाई हिम्मत

पंचक्रोशी रोड नई बस्ती स्थित लालमुनी विद्यालय बूथ पर वोट डालने पहुंची सौम्या के साथ मौजूद उनकी मां ईरा श्रीवास्तव ने बताया कि सौम्या ख्ख् सालों से बेड पर है। ईलाज के लिए कहीं ले जाने के अलावा कोई मूवमेंट नहीं रहता। यहां तक की व्हील चेयर पर बैठना भी इसके लिए आसान नहीं। इस बार हमने उसका वोटर आईकार्ड के लिए अप्लाई किया था। कार्ड आने के बाद से वो लगातार यही कह रही थी कि वोट करना है। आज उसने खुद से हिम्मत दिखाई तो मैं और मेरा बेटा पंकज उसे लेकर यहां तक ले आये।

गर्व का दिन है

वोट करने के बाद सौम्या ने कहा ये मेरे लिए बहुत ही गर्व का दिन है कि मैंने अपने देश की नई सरकार के लिए वोट किया है। मैं देश में बदलाव की पक्षधर हूं और इस बात से दु:खी भी हूं कि कोई भी सरकार हम जैसे लाखों फिजिकली चैलेंज्ड लोगों के बारे में नहीं सोचती। मेरे जैसे न जाने कितने लोग ट्रेन में भी नहीं बैठ पाते। पढ़ाई लिखाई से भी दूर होना पड़ जाता है।

Posted By: Inextlive