- बस का टेक्निकल मुआयना व ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद सामने आएगा सच

- चंदे के पैसों से हुआ बच्चियों का अंतिम संस्कार, मां भी पहुंची श्मशान घाट

LUCKNOW: इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहे पर दर्दनाक हादसे के लिए असली जिम्मेदार कौन है अभी यह स्पष्ट नहीं है? हालांकि परिजनों ने वॉल्वो बस ड्राइवर को हादसे का जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ केस दर्ज करा दिया है। हादसे की वजह अभी पुलिस तलाश रही है। घटनास्थल के निरीक्षण और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे की अलग-अलग वजह बताई जा रही है। हादसे के दौरान बस में सवार लोगों का कहना है कि ब्रेक फेल होने के चलते हादसा हुआ। वहीं पुलिस का कहना है कि ड्राइवर को नींद की झपकी आने के चलते हादसा हुआ। दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि ओवर स्पीड होने के चलते बस अनियंत्रित हो गई।

पूरी रात से चला रहा था गाड़ी

हादसे के बाद ड्राइवर अशीष शुक्ला मौके से गाड़ी छोड़ फरार हो गया। बस में सवार लोगों का कहना है कि वह दिल्ली से फैजाबाद बस रिजर्व कराके दर्शन के लिए जा रहे थे। सवारियों ने बताया कि दिल्ली से ड्राइवर लगातार गाड़ी चलाते हुए आ रहा था। संभव है कि उसे साथी ड्राइवर नहीं मिला, जिसके चलते सुबह 5.40 बजे नींद की झपकी लग हो, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। पुलिस का भी कहना है कि बस में सभी सवारियां मौके पर मिलीं, लेकिन ड्राइवर या उसका हेल्पर ड्राइवर मौके पर नहीं था। माना जा रहा है कि आशीष अकेला ड्राइवर था।

चंदे के पैसों से बच्चों का अंतिम संस्कार

हादसे में दोनों बच्ची खुशबू और पूजा का गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। पिता और भाई बहन हॉस्पिटल में भर्ती थे, जिसके चलते परिवार के अन्य लोगों ने दो बच्चों के शव को पोस्टमार्टम से रिसीव किया। वहीं कुछ घंटे बाद उनकी मां को बच्चों की मौत की जानकारी मिली तो वह भी पहुंच गई। परिवार के पास इतना भी पैसा नहीं था कि बच्चों का अंतिम संस्कार कर सकें। इलाके में रहने वाले लोग, दुकानदार और पुलिस की मदद से चंदा कर बच्चों का अंतिम संस्कार कराया गया।

Posted By: Inextlive