चुनाव के चलते निगम ने बंद किया गौवंश पकड़ने का अभियान, गौशाला में कम हो रही पशुओं की संख्या

न तो पशुओं की गिनती का रिकार्ड और न ही हो रही पशुओं की सुपुदर्गी की जांच-पड़ताल

Meerut. जनपद के निराश्रित पशुओं और गौवंश को आश्रय देने के लिए शुरू की गई निगम की मुहिम चुनाव के फेर में अटक गई है. नगर निगम द्वारा गौवंश संरक्षण अभियान को बंद कर दिया गया है. जिसके चलते शहर की सड़कों पर निराश्रित पशुओं की संख्या में दोबारा इजाफा होने लगा है. वहीं निगम की अस्थाई गौशाला में भी पशु बिना चारा और पानी के बंदी बने हुए हैं.

योजना पर ब्रेक

गौवंश को आश्रय देने की योजना पर निगम द्वारा ब्रेक लगा दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि चुनाव व्यस्तता के कारण अभी अभियान अस्थाई रुप से रोका गया है. ऐसे में जो पशु पहले से ही अस्थाई गौशाला में हैं उनका देखभाल की जा रही है. वर्तमान स्थिति को देखते हुए गौशाला की योजना चुनाव परिणाम के बाद ही परवान चढ़ेगी.

न गिनती न सुपुदर्गी का रिकार्ड

निगम द्वारा जिस जोश के साथ ये अभियान शुरू किया गया था वह अब खत्म हो चुका है. न तो पशुओं की गिनती का रिकार्ड अपडेट किया जा रहा है और न ही पशुओं की सुपुदर्गी की जांच-पड़ताल की जा रही है. गौशाला में लाए गए पशुओं की संख्या तेजी से कम हो रही है लेकिन पशु किसे सुपुर्द हो रहे हैं उसका डाटा निगम के पास है ही नहीं.

अभियान को फिलहाल रोक दिया गया है. चुनाव बाद अभियान दोबारा शुरू कराया जाएगा. बाकि पशुओं के रख-रखाव व खान-पान का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई है.

अमित कुमार, अपर नगरायुक्त

Posted By: Lekhchand Singh