-दिवाली के बाद लगभग दोगुना हो गया एक्यूआई, धुंध की वजह से आंखों में हो रही जलन

-ज्यादा पटाखे फोड़ने से बढ़ी दिक्कत, पॉल्यूशन डिपार्टमेंट ने मास्क लगाकर घर से निकलने की दी सलाह,

बरेली: दिवाली की खुशी में बरेलियंस ने जमकर आतिशबाजी छुटाई। चंद पलों की खुशी के लिए अनजाने में उन्होंने हवा में महीनों तक तकलीफ देने वाला जहर घोल दिया। शहर को जो एक्यूआई दिवाली के पहले यानि 26 अक्टूबर को 120 से 150 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर था। वो दिवाली वाले दिन यानि 27 अक्टूबर को लगभग दोगुना 280 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर पहुंच गया। जिससे अब लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। खास तौर पर अस्थमा पेशेंट के लिए परेशानी बनी हुई है। वहीं दिवाली वाली रात से अगले दिन यानि मंडे तक आसमान में धुंध सी छाई रही जिससे आंखों में जलन होती रही।

इतने फोड़े पटाखे

इस बार भी ग्रीन पटाखे डिमांड के अनुरूप शहर की लाइसेंस धारक करीब 33 दुकानों पर नहीं पहुंचे जिस कारण तेज आवाज वाले और प्रदूषण करने वाले पटाखों की जमकर खरीदारी हुई। पिछले साल जहां पटाखों का करीब 150 करोड़ का कारोबार हुआ था, वहीं इस बार इसमें बढ़ोत्तरी हुई और यह 200 करोड़ के पार पहुंचा।

पिछले साल इतना था एक्यूआई

- 100 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर होता है नॉर्मल एक्यूआई

-100 से 120 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर दिवाली से सात दिन पहले था

-150 से 200 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर एक्यूआई दिवाली वाले दिन था

- 120 से 170 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर एक्यूआई दिवाली के अगले सप्ताह तक था

इस साल इतना बढ़ा एक्यूआई

-120 से 150 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर एक्यूआई 26 अक्टूबर तक

-200 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर एक्यूआई दिवाली की सुबह

- 280 एमसीजी प्रति क्यूबिक मीटर एक्यूआई दिवाली रात 12 बजे तक

इसलिए होती है प्रॉब्लम

- भारी मात्रा में पटाखे जलने से एक्यूआई बढ़ जाता है।

- पीएम टू पार्टिकल सांस के जरिए बॉडी में प्रवेश कर जाते हैं

- लगातार एक्यूआई का ग्राफ बढ़ने से सांस लेने में दिक्कत होती है

सड़क पर निकलने से पहले मास्क का करें प्रयोग

पॉल्युशन डिपार्टमेंट ने शहर की आबो हवा खराब होने के चलते चेतावनी जारी की है। पॉल्युशन विभाग के रीजनल ऑफिसर रोहित सिंह ने बताया कि इस बार एक्यूआई का ग्राफ बढ़ा है जिससे साफ होता है कि शहर की आबो हवा दूषित हुई है। इसलिए सांस रोगी और अस्थमेटिक पेशेंट्स सड़कों पर निकलने से पहले मुहं को मास्क से ढककर निकलें।

वर्जन

पिछले साल एक्यूआई का जो स्तर था, इस बार इसमें 10 से 20 फीसदी इजाफा हुआ। अभी दिवाली से पहले वाले सप्ताह में ही एक्यूआई 140 के पार था, वही दिवाली वाले दिन सुबह जहां एक्यूआई 200 था वहीं शाम को यह 250 तक रिकॉर्ड किया गया। मंडे सुबह 10 बजे तक एक्यूआई का स्तर स्टेबल था। जो कि स्वास्थ्य के लिए घातक है।

-डॉ। आलोक खरे, पर्यावरणविद्

Posted By: Inextlive