RANCHI: रिम्स में इलाज कराने जा रहे हैं तो जरा दलालों से बचके रहना। यहां कदम कदम पर दलालों का कब्जा है। एंट्री प्वाइंट से ही दलाल आपके पीछे हैं। थोड़ी सी दाल गली नहीं कि दलाल आपके पीछे। जांच के नाम पर दलाल आपसे मोटी रकम वसूल सकते हैं।

बरामदे में मरीज का निकाल रहा था खून

गिरिडीह जिले के तिसरी थाना क्षेत्र से आए सुनील कुमार दास को एक दलाल ने झांसे में ले लिया। सुनील कुमार अपने पिता के साथ रिम्स में इलाज कराने पहुंचा है, लेकिन बुधवार की शाम चार बजे के करीब एक दलाल ने उसे यह कह कर झांसे में ले लिया कि वह सेंट्रल लेबोरेट्री का स्टाफ है। वह रिम्स के बरामदे में ही सुनील का सीरिंज से खून निकालने लगा। वह ब्लड कलेक्ट भी कर चुका था, लेकिन जैसे ही हमारी नजर उस पर पड़ी तो वह चौंक गया। पूछने पर दलाल ने सेंट्रल लेबोरेट्री का स्टाफ बताया, लेकिन जब सेंट्रल लेबोरेट्री जाने की बात कही गई तो वह पहले तो तैयार हुआ लेकिन फिर रजिस्ट्रेशन काउंटर तक जाते ही भाग गया।

टेस्ट के नाम पर वसूली

रिम्स में टेस्ट के नाम पर नॉमिनल चार्ज लिए जाते हैं या फिर बीपीएल मरीज की जांच मुफ्त में होती है, लेकिन दलाल ऐसे मरीजों से भ्00 रुपए से लेकर 700 रुपए तक वसूल लेते हैं। जबकि खून जांच के लिए क्भ् रुपए से लेकर भ्0 रुपए तक नॉमिनल चार्ज है।

हो सकता है साइड इफेक्ट

किसी अनजान या अनट्रेंड व्यक्ति से खून निकलवाना घातक हो सकता है। इससे मरीज की जान पर भी आ सकती है। लेकिन, रिम्स में इस ओर प्रबंधन का ध्यान नहीं है। जाने-अनजाने में कई लोग अपने मरीज की जान बचाने की खातिर अनजान शख्स से खून खरीद रहे हैं, जो खतरनाक साबित हो सकता है।

Posted By: Inextlive