- डायरिया की चपेट में एक दर्जन भर्ती, पांच दर्जन से अधिक की तबियत बिगड़ी

- डीएम समेत प्रशासनिक अमला पहुंचा, मौत की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश

फीरोजाबाद: प्यास बुझाने के लिए आया गंगाजल अफसरों की लापरवाही से जहर बन गया। दूषित गंगा जल पीने से ककरऊ क्षेत्र स्थित आनंद नगर में मंगलवार सुबह दो सगे मासूम भाई-बहन की मौत हो गई, जबकि पांच दर्जन से अधिक लोग उल्टी-दस्त से बीमार हैं। इनमें से एक दर्जन से अधिक को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराए गए हैं। तकरीबन हर दूसरे घर में रोगियों की चारपाई बिछने से मोहल्ले में कोहराम मचा है।

अफसरों ने लगाई दौड़

डीएम समेत प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। जल निगम और जलकल द्वारा एक माह पहले इस पूरे क्षेत्र में गंगाजल की आपूर्ति शुरू कराई गई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, गंगा जल की सप्लाई शुरू होने के बाद से ही नलों में अक्सर गंदा पानी आता रहता है और इसे पीने से उल्टी-दस्त की बीमारी फैल गई है। प्रेम चन्द्र सविता के दोच्बच्चे पांच वर्षीय लकी और चार वर्षीय लक्ष्मी भी सोमवार शाम करीब पांच बजे डायरिया की चपेट में आ गई थीं।

ट्रॉमा सेंटर में कराया भर्ती

स्थानीय डॉक्टर के इलाज के बाद रात को तबियत फिर बिगड़ी। रात लगभग साढ़े दस बजे सरकारी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां प्राथमिक इलाज देने के बाद दोनों भाई-बहन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में भर्ती करा दिए गए। रात दो बजे के बाद इन दोनों की हालत बिगड़ गई। स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सुनवाई नहीं करने पर परिवार वाले एत्मादपुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में ले गए। उपचार के दौरान सुबह करीब पांच बजे भाई-बहनों ने आधे घंटे के अंतराल में दम तोड़ दिया।

हर ओर मचा कोहराम

इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया। मौत के हंगामे की खबर से प्रशासनिक अमला दौड़ पड़ा। डीएम चंद्र विजय सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अजय तिवारी ने परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। इसके साथ ही लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीमें पहुंच गई और मोहल्ले में सफाई अभियान तथा इलाज शुरू करवा दिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिए तीन दर्जन घरों से पानी के इतने ही नमूने लिए गए। थोड़ी देर बाद मेयर नूतन राठौर अपनी टीम के साथ पहुंची और घटना के संबंध में जानकारी ली।

आनंदनगर में दच् बच्चों की मौत की दुखद घटना हुई है। बस्ती में गंदगी पाई गई हैच् बच्चों के इलाज में डॉक्टरों की लापरवाही देखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश के साथ मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दिए गए हैं। चंद्रविजय सिंह, डीएम फीरोजाबाद

Posted By: Inextlive