- एक भी टेक्नीकल डिफिकल्टीज टेकअप नहीं किया गया

PATNA: बीएसएनएल की ज्वाइंट एक्शन कमेटी, नॉन एग्जीक्यूटिव की ओर से चौबीस घंटे का टोटल लॉक आउट रहा। यह लॉक आउट गुरुवार की रात बारह बजे तक रहा। इस दौरान कर्मियों ने किसी भी गड़बड़ी को ठीक नहीं किया। यह देशव्यापी हड़ताल थी। बीएसएनएल के कर्मियों ने कहा कि बीएसएनएल के मैनेजमेंट और केंद्र सरकार की उदासीन रवैये की वजह से आज बीएसएनएल खस्ताहाल है। वर्कर्स ने बताया कि वे अपनी जायज मांगों के लिए वर्षो से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन मैनेजमेंट किसी भी मांग को मानने को तैयार नहीं है।

वेतन बढ़ने के बजाय घट गया

एक जनवरी ख्007 में हुए वेतन रिवीजन के बाद से ही सारी समस्या खड़ी हुई। वैसे तो यह लागू मई ख्0क्0 से की गयी थी। इसके लागू होने के बाद से वर्करों का वेतन बढ़ने के बजाय घट गया। जिस टीटीए को फ्म् हजार मासिक मिल रहा है, उसे रिवीजन की वजह से मात्र फ्ख् हजार मासिक मिल रहा है। इस पे लॉस की वजह से कर्मियों में आक्रोश है। वहीं, तकरीबन तीस हजार लोगों का सलाना इंक्रीमेंट भी बंद कर दिया गया है। ख्007 से प्रोमोशन भी बंद है। पांच प्रमोशन देने की बात हुई थी, लेकिन विभाग की लेट-लतीफी की वजह से अबतक प्रमोशन स्लैब ही नहीं बना है। यही कारण है कि आर्हता रखने वाले कर्मियों को भी प्रमोशन नहीं मिल पा रही है। ख्0क्ख् से बीएसएनएल कर्मियों को मेडिकल अलाउंस मिलना भी बंद हो गया है।

दिक्कतें आयी और काम हुआ ठप

टोटल लॉक आउट की वजह से कई दफ्तरों का कामकाज ठप रहा। वेटनरी कॉलेज स्थित बीटीएस के डाउन हो जाने से परेशानी हुई। गर्दनीबाग एक्सचेंज भी डाउन ही रहा साथ ही विद्युत भवन का आरएसयू के डाउन होने के कारण कोई काम नहीं हो सका। पटना के कई बैंक में भी लॉक आउट की वजह से लॉग डिस्टेंट ट्रांजक्शन नहीं हो सका। पटना से बाहर खगडि़या सहित कई जिलों में सर्किट डाउन रहने की वजह से ट्रांजेक्शन का काम नहीं हुआ।

वर्षो से हमलोग मैनेजमेंट से बात कर रहे हैं। थक-हारकर बंद का सेंट्रल कॉल आया। अगर जल्द ही हमारी मांगों पर अमल नहीं किया गया, तो हमलोग फ् फरवरी से अनिश्चिकालीन हड़ताल का कॉल दिया जाएगा।

एस के दूबे, चेयरमैन, जेएसी, बिहार टेलकम सर्किल

Posted By: Inextlive