रामवीर उपाध्याय को बसपा से पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की वजह से निकाला गया। बुधवार को हाथरस में रामवीर प्रेस कांफ्रेंस के जरिए कर सकते हैं पलटवार...


luknow@inext.co.in LUCKNOW : बसपा की सरकार में कई बार मंत्री रह चुके रामवीर उपाध्याय को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने रामवीर उपाध्याय को पार्टी से बाहर करने का फरमान जारी कर दिया। रामवीर उपाध्याय को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि आपके द्वारा वर्तमान लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियां की गयीं, आपको सचेत करने के बाद भी ये गतिविधियां जारी रहीं। आप ने आगरा, फतेहपुर सीकरी, अलीगढ़ व अन्य सीटों पर बसपा प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया तथा विरोधी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन किया। आपका यह कार्य गंभीर अनुशासनहीनता है। इसलिए आपको बसपा से सस्पेंड किया जाता है और मुख्य सचेतक पद से भी हटाया जाता है। चार स्तर में ईवीएम सिक्योरिटी, ड्रोन से देखेंगे मतगणनाचार स्तर में ईवीएम सिक्योरिटी, ड्रोन से देखेंगे मतगणना


नहीं बुलाया जाएगा किसी कार्यक्रम में

अब आप बसपा के किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे और न ही आपको इसके लिए आमंत्रित किया जाएगा। ध्यान रहे कि पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय को बसपा ने फतेहपुर सीकरी से मैदान में उतारा था, लेकिन उन्होंने चुनाव लडऩे से इंकार कर सबको चौंका दिया था। वहीं रामवीर उपाध्याय अलीगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी सतीश गौतम के साथ उनके चुनाव प्रचार में दिखाई दिए थे। इसके अलावा आगरा से बीजेपी प्रत्याशी एसपी बघेल के साथ भी चुनाव प्रचार करते हुए नजर आए थे। वहीं दूसरी ओर पार्टी से निकाले जाने के बाद रामवीर उपाध्याय ने बुधवार को हाथरस स्थित अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है जिसमें उनके द्वारा बसपा सुप्रीमो के इस फैसले के खिलाफ पलटवार करने की संभावना जताई जा रही है। ध्यान रहे कि रामवीर उपाध्याय सादाबाद से बसपा विधायक हैं। वे बसपा की सरकारों में ऊर्जा, परिवहन, चिकित्सा शिक्षा समेत कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं। उनके भाई मुकुल उपाध्याय ने लोकसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। वहीं रामवीर भी लंबे समय से बसपा में हाशिए पर थे।

Posted By: Vandana Sharma