- शिवपाल के बहाने साधा मुलायम सिंह पर निशाना

- दलितों को नसीहत, किसी तरह के बहकावे में न आएं

शिवपाल के बहाने साधा मुलायम सिंह पर निशाना

- दलितों को नसीहत, किसी तरह के बहकावे में न आएं

MeerutMeerut। वेस्ट यूपी में चुनावी जनसभा के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती बदले अंदाज में दिखीं। पहले जहां समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधने वाली मायावती की एक ओर शिवपाल यादव के प्रति संवेदना रही तो दूसरी ओर उन्होंने मुलायम सिंह पर जमकर निशाना साधा। शिवपाल के बहाने बसपा सुप्रीमो मायावती मेरठ के सियासी कैनवास पर धुंधली तस्वीर खींच गई। उन्होंने कहा, मुलायम सिंह यादव ने पुत्रमोह के कारण अपने भाई को पर्याप्त अधिकार नहीं दिया। जिस कारण समाजवादी पार्टी में टकराव देखने को मिला।

चाचा से संवेदना

अपने भाषण के दौरान मायावती समाजवादी पार्टी के बिखराव पर जमकर बोलीं। कहा कि पुत्रमोह के कारण भाई ही भाई का नहीं हुआ। समाजवादी पार्टी बिखराव की स्थिति में आ गई है। अब वह पार्टी यूपी का कैसे भला कैसे कर सकती है। उन्होंने अखिलेश पर प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था का दोषी होने का आरोप लगाया। कहा कि दबंगों और माफिया के कारण यूपी की जनता त्रस्त हो चुकी है।

मुस्लिम सीटों पर नजर

दरअसल, मायावती की नजर मुस्लिम-दलित पर है, इसके संकेत भी मायावती ने दिए। उन्होंने तकरीबन भ्0 मिनट के भाषण के दौरान अल्पसंख्यकों के हितों और उनकी कल्याणकारी योजना का जिक्र किया। आंकड़ों को देखे तो मेरठ की सात विधानसभा सीटों में तकरीबन चार सीटों पर सीधे तौर पर मुस्लिम मतदाता असर डालते हैं। इनमें मेरठ दक्षिण, सरधना, मेरठ शहर और किठौर विधानसभा हैं।

अल्पसंख्यकों से गुहार

मायावती ने सपा सरकार में लचर कानून व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। तो वहीं उन्होंने अल्पसंख्यकों को रिझाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि इन दिनों समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है।

कैडर को नसीहत

उन्होंने कैडर को भी नसीहत दी। कहा कि कांग्रेस और सपा का गठबंधन अल्पसंख्यकों को गुमराह कर सकता है। इसलिए बीजेपी और सपा- कांग्रेस गठबंधन की गलत नीतियों को जनता के सामने जरूर रखें। ताकि अल्पसंख्यक इस बार चुनाव में भ्रमित ना हों।

दुखती रग पर हाथ

मायावती ने दलितों की दुखती रग पर भी हाथ रखा। भीड़ उस समय उग्र हो गई, जब दलित उत्पीड़न की वारदात का जिक्र बसपा सुप्रीमो ने अपने संबोधन में किया। मायावती ने ऊना कांड, यूपी के दयाशंकर सिंह कांड का जिक्र भी किया। बीजेपी शासित हरियाणा के गांव में ब्0 दलित परिवारों के पलायन का जिक्र करते हुए दलितों का वर्चस्व खतरे में बताया। माया ने कहा, दलित युवा आत्महत्या कर रहा है और भाजपा-कांग्रेस घरों में बैठकर संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं।

अल्पसंख्यकों को उकसाया

उन्होंने कहा, अलीगढ़ मुस्लिम यूनीवर्सिटी, जामिया मिलिया यूनीवर्सिटी से अल्पसंख्यक का दर्जा छीना जा रहा है। अल्पसंख्यकों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है। वे जानमाल को लेकर चिंतित है। बसपा सुप्रीमो ने गोरक्षा, लवजेहाद, देशभक्ति के नाम पर मुस्लिमों का उत्पीड़न हो रहा है।

Posted By: Inextlive