RANCHI: बूटी बस्ती में लगभग तीन साल पहले हुए हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। बीटेक छात्रा की निर्मम हत्या के कुछ घंटे बाद आरोपित राहुल राय उर्फ रॉकी राज उर्फ अंकित उर्फ राज श्रीवास्तव (23) भी अपने दोस्त अक्षय के साथ स्कूटी से घटनास्थल पहुंचा था। कुछ देर रुकने के बाद वहां से निकल गया था। उसी दिन शाम में पटना भाग गया। वहां से भी फोन कर जानकारी लेता रहा कि पुलिस क्या कर रही है। सोमवार को सीबीआई के विशेष जज एके मिश्रा की अदालत में सीबीआई की ओर से पेश गवाह अक्षय कुमार ने गवाही दी।

दोस्त ने मोहल्ले में दिलाया था रूम

अक्षय कुमार बूटी बस्ती में ही रहता है। उसने अदालत को बताया कि घटना के कुछ दिन पूर्व दुर्गापूजा के समय आरोपित बिहार के नालंदा से रांची आया था। रांची आने पर उससे संपर्क किया और एक किराये का रूम दिलाने को कहा। तुरंत कमरा नहीं मिलने पर मोहल्ले के ही एक मंदिर के पीछे वाले कमरे में अस्थायी रूप से रहने की व्यवस्था करा दी। मंदिर में रहने के दौरान मोहल्ले के बच्चों से लड़की के बारे में पूछता था। इस हरकत पर दो बार उसे डांटा भी था।

दोबारा कोकर में लिया कमरा

अक्षय के अनुसार अप्रैल 2018 में राहुल दोबारा रांची आया। इस बार कोकर में किराये का कमरा लिया। सितंबर 2018 में राहुल ने बाहर जाने की बात कहकर अपना टेबुल, कैमरा, घड़ी, कैमरा का चिप आदि अक्षय को दे दिया। कहा कि बाद में आकर ले जाएंगे।

छात्रा का पीछा करता था आरोपी

अदालत में छात्रा की दोनों बड़ी बहन की भी गवाही हुई। एक बहन ने अदालत को बताया कि घटना के कुछ दिन पूर्व उसके पूर्व किरायेदार अनिल सिंह के बेटा रूपेश के साथ आरोपित किराये का कमरा लेने के लिए आया था। परिवार वालों ने लड़के को कमरा देने से मना कर दिया। उसी दिन के बाद से कई बार आभास हुआ कि आरोपित उसकी बहन का पीछा कर रहा है। घटना से पहले घर के आसपास मंडराते रहता था। घटना के बाद से उसे कभी नहीं देखा गया।

नालंदा में अक्षय से हुई थी मुलाकात

नालंदा के एकंगरसराय में हुई थी राहुल और अक्षय की मुलाकात : आरोपित मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के धूरगांव के एकंगरसराय का रहने वाला है। अक्षय की बड़ी बहन की शादी एकंगरसराय में हुई थी। वहीं पहली बार अक्षय की राहुल से मुलाकात हुई थी। उसके बाद फिर रांची में ही मुलाकात हुई।

सीबीआई ने 30 लोगों को बनाया है गवाह

आरोप साबित करने के लिए सीबीआई की ओर से 30 लोगों को गवाह बनाया गया है। नौ नवंबर को मृतका के पिता एवं बहन की गवाही हुई थी। मालूम हो कि 15 दिसंबर 2016 की देर रात बीटेक छात्रा की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या कर दी गई थी। 22 जून को सीबीआई लखनऊ जेल से राहुल को प्रोडक्शन वारंट पर रांची लेकर आयी। 19 सितंबर 2019 को अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई।

Posted By: Inextlive