गौतम बुद्ध जयंती पर लोगों ने अहिंसा के मार्ग पर चलने का लिया संकल्प

हाथी पार्क में जलाए गए 2579 दीपक

ALLAHABAD: सदाचार की नींव पर धम्म को स्थापित करने और बौद्ध धर्म की स्थापना करने वाले गौतम बुद्ध की जयंती श्रद्धा के साथ मनाई गई। बुद्धं शरणं गच्छामी मंत्र का जाप करते हुए लोगों ने अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। जगह-जगह दीपक जलाकर जीवन के अंधकार को दूर करने की कामना की गई।

शोभायात्रा निकाली गई

कुशवाहा बंधु संस्था की ओर से शनिवार को गौतम बुद्ध की विशाल शोभा यात्रा सुभाष चौराहे से निकाली गई। शुरुआत पंचशील के पाठ से हुई। शोभा यात्रा में शामिल लोगों ने बुद्ध की करुणा हो, युद्ध नहीं बुद्ध चाहिए के नारे लगाए। सुभाष चौराहे से शुरू हुई शोभा यात्रा हनुमान मंदिर व कंपनी बाग होते हुए हाथी पार्क पहुंच कर संपन्न हुई। संरक्षक रमेश चंद्र कुशवाहा ने कहा कि गौतम बुद्ध की शांति, क्षमता, अहिंसा का संदेश आज भी मानव जीवन में प्रासंगिक है। ममता मौर्य ने कहा कि परमाणु बम पर बैठी दुनिया को बुद्ध का दर्शन ही बचा सकता है। इस दौरान डा। एसवी मौर्य, राम संजीवन नाथ, रामेश्वर सिंह कुशवाहा, जोखू लाल कुशवाहा, सरदार हरचरन सिंह आदि मौजूद रहे।

जगमगा उठा हाथी पार्क

सम्राट अशोक फाउण्डेशन की ओर से हाथी पार्क में बुद्ध जयंती समारोह का आयोजन किया गया। भगवान बुद्ध के 2579 वीं जयंती पर संस्था द्वारा 2579 दीप जलाए गए। जिसकी रोशनी से हाथी पार्क जगमगा उठा। देवपती मेमोरियल ट्रस्ट व प्रबुद्ध फाउण्डेशन की ओर से हाईकोर्ट स्थित डा। अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर दीपदान किया गया। डा। अंबेडकर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा हाईकोर्ट स्थित डा। अंबेडकर प्रतिमा स्थल पर आयोजित बौद्ध महोत्सव में जाति व्यवस्था से मुक्ति बुद्धिज्म से ही संभव की बात कही गई। चीफ गेस्ट पुलिस मुख्यालय के अपर पुलिस महानिदेशक बीपी जोगदंड ने कहा कि यह देश तो क्रांति प्रति क्रांति का देश रहा है। इलाहाबाद संग्रहालय के उपनिदेशक डा। ओंकार वानखेड़े ने कहा कि बुद्ध दुनिया के पहले उपदेशक हैं, जिन्होंने सदाचार की नींव पर धम्म को खड़ा किया।

Posted By: Inextlive