-कन्या विद्याधन को छोड़ पुरानी योजनाओं पर ही फोकस

-सड़क, बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी खोला खजाना

LUCKNOW: यूपी के चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव ने साल ख्0क्भ्-क्म् को 'किसान वर्ष' की संज्ञा देते हुए किसानों, नौजवानों और मुसलमानों पर खूब इनायत बरसाई। सीएम ने ट्यूजडे को फ्,0ख्,म्87.फ्ख् करोड़ रुपये के अपने चौथे बजट में लोक लुभावने वादों से दूरी रखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर और बुनियादी जरूरतों के साथ पुरानी योजनाओं पर ही अपना फोकस कायम रखा है। बीते बजट के मुकाबले इस बार अखिलेश का बजट क्0.ख् फीसदी ज्यादा है। सीएम ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश देश की विकास दर से आगे बढ़ा है। मौजूदा साल की विकास दर पांच परसेंट रही है।

कन्या विद्याधन और लैपटॉप योजना फिर

प्रदेश सरकार ने एक बार फिर कन्या विद्याधन योजना शुरू करने का फैसला किया है। इसके लिए फ्00 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है। यही नहीं मेधावी छात्रों को तोहफा देते हुए फिर से लैपटॉप योजना शुरू कर दी है। इसके लिए क्00 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है।

चार शहरों में मेट्रो की 'जमीन' तैयार

सीएम ने लखनऊ के अलावा चार और शहरों में मेट्रो को जमीन पर उतारने की पूरी तैयारी कर दी है। इन शहरों में कानपुर, मेरठ, आगरा और वाराणसी शामिल हैं। लखनऊ मेट्रो के लिए बजट में इस साल भी ब्ख्भ् करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। मेट्रो के बजट का ऐलान करते हुए सीएम ने कहा कि लखनऊ में मेट्रो का काम तेजी से हो रहा है और अब काम पिलर तक आ गया है।

रफ्तार के लिए फ्000 करोड़

लखनऊ से आगरा के लिए बन रहे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के लिए तीन हजार करोड़ रुपये का प्राविधान बजट में किया गया है। खास बात यह कि एक्सप्रेसवे प्रदेश अपने खर्चे पर तैयार कर रहा है।

सड़कों के लिए क्ख् हजार करोड़

प्रदेश में अलग-अलग जिलों मुख्यालय से जोड़ने के लिए फोर लेन रोड प्लान और सड़क सुधार के लिए इस बार बजट में खासी व्यवस्था है। इसके लिए क्ख् हजार करोड़ रुपये से अधिक की व्यवस्था की गयी है। जनेश्वर मिश्र योजना और लोहिया ग्राम के तहत सड़क सुधार के लिए अलग से फंड जारी किया जाएगा।

ख्भ् हजार 7म्ब् करोड़ की रोशनी

सरकार की मंशा है कि ख्0क्म् के आखिर तक प्रदेश के हर गांव में कम से कम क्म् घंटे और शहरी इलाकों में ख्ख् से ख्ब् घंटे बिजली पहुंचे। इसके लिए बजट में ख्भ् हजार 7म्ब् करोड़ रुपये से अधिक की व्यवस्था की गई है।

किसान वर्ष घोषित

सीएम ने बजट के साल को किसान वर्ष घोषित करते हुए उन्हें लाभ पहुंचाना और रूरल एरिया में इकोनॉमी को मजबूत करने पर भी फोकस रखा है। इसके साथ ही सोलर एनर्जी सेक्टर में बड़े पैमाने पर काम शुरू हुआ है। लोहिया आवासों में सोलर प्लांट के जरिए लाइट दी जा रही है।

-=क्क्भ्ख् करोड़ रुपए गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को

-क्ख्0म् करोड़ रुपए का बजट भूमि सेना योजना के लिए

-8 घंटे बिजली की व्यवस्था कृषि क्षेत्र के लिए

-8क् करोड़ रुपए का इंतजाम बीजों के अनुदान के लिए

नौजवान

सरकार ने बजट में नयी नौकरी की बात कही है वहीं स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत उन्नाव में स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए बजट तय किया है। लखनऊ में बन सीजी सिटी में आईटी सिटी और ट्रिपल आईटी खुलेगा जिससे नौजवानों को लाभ होगा।

माइनॉरिटीज पर मेहरबान

बजट में माइनारिटीज के लिए ख्77म् करोड़ रुपये रखे गये हैं। इसमें आसरा योजना के लिए फ्00 करोड़ रुपये, मदरसों को हाइटेक करने के लिए ख्8भ् करोड़ और कब्रिस्तान की चहारदीवारी के लिए ख्00 करोड़ का बजट की व्यवस्था की गयी है। इतना ही नहीं मदरसा टीचर्स के अनुदान की भी व्यवस्था बजट में है।

पांच लाख और महिलाओं को पेंशन

अभी तक ब्0 लाख गरीब महिलाओं की दी जा रही समाजवादी पेंशन योजना का दायरा बढ़ाकर ब्भ् लाख महिलाओं के लिए कर दिया गया है। इसके साथ ही समाजवादी एंबुलेंस के लिए भ्00 नई एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।

-लोहिया आवास के लिए एक हजार करोड़ रुपए का बजट।

-समाजवादी पेंशन योजना के लिए ख्7ख्7 करोड़ का प्रावधान

-महिला सम्मान कोष के लिए क्00 करोड़ का प्रावधान

-महिला सशक्तिकरण पर क्00 करोड़ रुपए का बजट

-लोहिया ग्रामीण परिवार के लिए क्00 करोड़ का बजट।

-परिवार कल्याण के लिए भ्8ब्0 करोड़ का बजट।

किसको क्या मिला

लखनऊ

-गोमती की साफ-सफाई और चैनलाइजेशन के लिए ब्00 करोड़

-भ्0 हजार कैपसिटी के अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम के लिए फ्म्0 करोड़

-आठ नए साइकिल ट्रैक का वेलोड्रम, साइकिलिंग एकेडमी, साइकिल ट्रेनिंग और इंटरनेशनल कंपटीशन के लिए क्म्8 करोड़

-व‌र्ल्ड क्लास कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए क्क्क् करोड़ रुपये

-सचिवालय एनेक्सी के लिए क्00 करोड़, विधानभवन के मेंटेनेंस के लिए क्0 करोड़

-सिविल हास्पिटल के विस्तार के तिलए क्0 करोड़ रुपये।

हाईकोर्ट की नई बिल्डिंग के लिए ख्00 करोड़

-जेपी इंटरनेशनल सेंटर के लिए ख्00 करोड़

राम मनोहर लोहिया नलकूप योजना को फ्क्0 करोड़

इलाहाबाद

-संगम क्षेत्र में एलीवेटेड पहुंच मार्ग और फ्लाईओवर के लिए फ्00 करोड़ रुपये

-नैनी में आईटी पार्क के लिए क्0 एकड़ एरिया

आगरा

वाटर सप्लाई दुरुस्त करने के लिए म्00 करोड़ रुपये

कानपुर

-ग्रीन पार्क के अत्याधुनिक बनाये जाने के लिए फ्फ् करोड़ रुपये

-ट्रांसगंगा परियोजना ख्क्00 एकड़ में स्मार्ट सिटी के रूप में टॉउनशिप डेवलप करने की योजना

गाजियाबाद

देश के सबसे लंबे म् लेन एलीवेटेड राजमार्ग का निर्माण कराया जाएगा। इससे मेरठ और दिल्ली का दूरी आसान होगी।

वाराणसी

-पॉवर लूम बुनकरों के लिए सोलर एनर्जी संचालित इंवर्टर के लिए ब्ब् करोड़ रुपये

-वाराणसी और आगरा में हाईटेक कंट्रोल रूम बनाये जाने की योजना

बरेली

-बरेली, मुरादाबाद और देवीपाटन मण्डल मुख्यालयों में फ्00 बेट के ज्वाइंट हास्पिटल के लिए ख्भ् करोड़ रुपये।

गोरखपुर

म् जिलों में लागू होगी ई-डिस्ट्रिक्ट (गाजियाबाद, गोरखपुर, नोएडा, सीतापुर, सुल्तानपुर, रायबरेली) योजना

दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर के तहत दादरी, नोएडा, गाजियाबाद इंवेस्टमेंट एरिया और मेरठ, मुजफ्फरनगर को इंडस्ट्रियल एरिया डिक्लेयर।

-सड़क दुर्घटना के लिए ट्रैफिक हेल्पलाइन नम्बर क्07फ् स्थापित

-पूरे प्रदेश में डायल क्00 सुधार के लिए क्00 करोड़ से अधिक

-वकीलों के कल्याण के लिए ब्0 करोड़

-युवा वकीलों की आर्थिक सहायता के लिए पांच करोड़

अन्य झलकियां

-कामर्शियल टैक्स से भ्ख् हजार म्ख्फ् करोड़ का रेवेन्यूट टार्गेट

-फ्फ् केवी के भ्भ्0 नए सबस्टेशन भी खुलेंगे।

-ईको टूरिज्म को यूपी में मिलेगा बढ़ावा

-ख्0क्भ्-क्म् में बनेंगे एक हजार एग्री जंक्शन

-स्वच्छ भारत मिशन के लिए क् हजार भ्फ्फ् करोड़ का बजट

-यूपी का राजकोषीय घाटा ख्.9म् फीसदी पहुंचा।

यूपी का ग्रोथ रेट भ् फीसदी तक पहुंचा।

-चंदौली में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए भ् करोड़

महानगरों में यातायात सुधार के लिए भ्0 करोड़

-पुलिसकर्मियों के लिए ब्ख्00 नए

-नया सवेरा विकास योजना को भ्भ्0 करोड़

-राज्य में क्00 नए मॉडल स्कूल भी खोले जाएंगेए कस्तूरबा गांधी छात्रावास के लिए ख्00 करोड़

-जेलों में जैमर लगाने के लिए 7फ् करोड़ का बजट।

-मेडिकल टीचर की रिटायरमेंट उम्र बढ़कर हुई म्भ् साल।

-दवाओं के लिए भ्87 करोड़ का प्रावधान।

-भ्00 नई एंबुलेंस खरीदने के लिए भी बजट

क्या बोले एक्सप‌र्ट्स

बेहतर

यूपी का बजट स्वागत योग्य है। बजट में आम पब्लिक से जुड़ी मूल भूत सुविधाओं की बात की गयी है। जैसे बिजली के लिए क्0 हजार मेगावाट से बढ़ा ख्क् हजार मेगावाट पावर प्रोडक्शन का टार्गेट रखा गया है जिससे प्रदेश को ख्0क्म् तक बेहतर बिजली मिल सकेगी। बजट में सड़कों पर ध्यान दिया गया है जो अच्छा संकेत है।

एसबी अग्रवाल

एडवाइजर, एसोचैम, यूपी।

बढ़ेगा रोजगार

प्रदेश सरकार का यह बजट काफी बेहतर दिख रहा है। इसमें बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बात कही गयी है। जिसमें सबसे अधिक पैसे दिये गये हैं। लखनऊ के अलावा चार और शहरों में मेट्रो आने से ट्रांसपोर्टेशन बेहतर होगा। वहीं डेवलपमेंट के मद में दिये गये पैसों से ना सिर्फ रोजगार पैदा होंगे बल्कि यूपी दूसरे डेवलप स्टेट के साथ खड़ा हो सकेगा।

सचिन अग्रवाल,

चेयर मैन, सीआईआई।

थोथा चना बाजे घना

अखिलेश सरकार का यह चौथा बजट है। इसमें कुछ भी नया नहीं है। सिर्फ शब्दों की जादूगरी कर बजट तैयार किया गया है। इसमें दलितों, अकलियतों और गरीबों के लिए कुछ नहीं है। जनता के पैसे के साथ मजाक किया गया है। इतना बड़ा बजट सिर्फ जनता के पैसों के साथ मजाक है और कुछ नहीं। पूरा बजट सैफई के इर्द गिर्द मंडरा रहा है।

स्वामी प्रसाद मौर्या

नेता विरोधी दल, बीएसपी।

शब्दों का मायाजाल है अखिलेश का बजट

बजट की शुरुआत ही झूठ से हुई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की विकास दर को देश की विकास दर से अधिक है। जबकि सच्चाई यह है कि ख्0क्ख्-क्फ् में प्रदेश की विकास दर भ्.8 प्रातिशत थी जो ख्0क्फ्-क्ब् में घटकर भ् प्रतिशत रह गयी है। जहां तक देश के विकास दर की बात है तो वो म्.9 प्रतिशत है। बजट में शब्दों का हेरफेर किया गया है। प्रदेश सरकार पिछले बजट को ही 9 महीनों में पूरी तरह से नहीं खर्च कर पायी है। ऐसे में इस तरह के बजट का कोई मतलब नहीं है।

मनीष शुक्ला, प्रदेश मीडिया प्रभारी

बीजेपी

Posted By: Inextlive