300 से अधिक ट्रांसपोर्ट वाहन कश्मीर में फंसे हुए हैं।

3000 रुपए से अधिक किराया ट्रांसपोर्टर की जेब पर पड़ रहा भारी

100 से 120 रुपए किलो चल रहे सेब के अभी दाम

200 रुपए के पार पहुंच सकते हैं सेब के दाम विशेषज्ञों के मुताबिक

700 से 900 रुपए प्रति किलो बिक रहा बादाम

1000 रुपये तक पहुंच सकते हैं बादाम के दाम

2.25 लाख रुपये प्रति किलो बिक रहा केसर

Meerut। कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने का असर कश्मीर से देश के अन्य भागों में होने वाली सप्लाई पर पड़ने लगा है। कश्मीर से देश भर में सेब से लेकर केसर, बादाम अन्य ड्राईफ्रूटस की सप्लाई होती है वहीं मेरठ के स्पोटर्स कारोबारियों के लिए सबसे अधिक जरुरी कश्मीरी विलो की सप्लाई भी कश्मीर से होती है ऐसे में कश्मीर में तनाव के चलते अभी सेब से लेकर कश्मीरी विलो लकड़ी की सप्लाई प्रभावित हो सकती है वहीं कश्मीर जाने वाले माल की सप्लाई भी इस दौरान काफी हद तक बाधित रहेगी जिससे ट्रांसपोर्ट कारोबार को खासा नुकसान होने की संभावना है।

कश्मीर के ट्रांसपोर्ट पर ब्रेक

शनिवार से शुरु हुई अनुच्छेद 370 हटाने की कवायद के तहत शनिवार से जम्मू कश्मीर के बार्डर सील कर दिए गए थे। जिसके चलते पिछले चार दिन से मेरठ से गए करीब 300 से अधिक छोटे बड़े ट्रांसपोर्ट वाहन कश्मीर में फंसे हुए हैं। इन वाहनों का प्रति दिन तीन हजार रुपए से अधिक किराया ट्रांसपोर्टर की जेब पर भारी पड़ रहा है। ऐसे में अभी ट्रांसपोर्ट चालू होने में ओर कितना समय लगेगा यह कहना मुश्किल है।

सेब व बादाम के दाम में इजाफा

इस तनाव के कारण कश्मीर से आने वाले प्रमुख फल सेब, ड्राइफ्रूटस और कश्मीरी विलो की सप्लाई भी चार दिन से रूक गई है। इसका सीधा असर मेरठ के बाजार पर अब दिखने लगा है। अभी सेब के दाम 100 से 120 रुपए किलो चल रहे जबकि मंडी विशेषज्ञों की मानें तो अब शहर में कश्मीरी सेब का स्टॉक लगभग खत्म हो चुका है यदि सप्लाई जल्द चालू नही की गई तो सेब का दाम 200 रुपए पार पहुंच सकता है। वहीं बादाम का दाम 700 से 900 रुपए प्रति किलो के हिसाब से अभी चल रहा है जो कि हजार रुपए पार पहुंच सकता है। सबसे अधिक असर केसर के दाम पर पडे़गा करीब सवा दो लाख रुपए प्रति किलो केसर का दाम पहुंच सकता है।

कश्मीरी विलो की कमी

कश्मीर में तनाव के चलते मेरठ के स्पो‌र्ट्स उद्योग की सबसे अहम सप्लाई यानि क्रिकेट बैट पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों की माने तो कश्मीर विलो से मेरठ में 70 प्रतिशत बैट तैयार किए जाते हैं यदि सप्लाई अधिक दिनों तक बंद रही तो कश्मीरी विलो की कमी के कारण नुकसान हो सकता है। लेकिन 8 से 10 दिन तक बंदी से कुछ खास असर नही रहेगा इतना स्टॉक सभी कारोबारियों के पास रहता है।

कश्मीर में मेरठ के 300 से अधिक ट्रांसपोर्ट वाहन पिछले चार दिन से रुके हुए हैं। इस कारण से इनका अतिरिक्त खर्चा ट्रांसपोर्टर को वहन करना पडेगा और इससे सप्लाई भी काफी प्रभावित हो रही है। दवाईयों से लेकर शराब, स्पोटर्स गुडस, कपडे़ की सप्लाई कश्मीर में होती है।

गौरव शर्मा, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन अध्यक्ष

सेब के दाम में अभी तो कोई इजाफा नही हुआ है। लेकिन अब स्टॉक खत्म होना शुरु हो गया है। आजादपुर सब्जी मंडी से जिस दिन रेट बढ़ जाएगा उस दिन ही मेरठ में इजाफा हो जाएगा। संभवता अगर इस सप्ताह सप्लाई बहाल ना हुई तो रेट 200 पार कर जाएगा।

रियाजुददीन, फल मंडी अध्यक्ष

कश्मीरी विलो की सप्लाई से अभी किसी प्रकार का फर्क नही पडे़गा लेकिन यदि विलो की सप्लाई लंबे समय तक नही हुई तो फर्क पड़ेगा। लेकिन फिलहाल अधिकतर स्पो‌र्ट्स कारोबारी के पास स्टॉक रखा हुआ है और अगस्त में डिमांड कम रहती है।

विकास मलिक, सनबॉड स्पोटर्स

कश्मीरी विलो का कुछ खास फर्क अभी नही पडेगा। काफी मात्रा में स्टॉक इंडस्ट्री में होल्ड पर रखा जाता है। हां अगर लंबे समय तक आपूर्ति बाधित रही तो स्टॉक कम हो जाएगा लेकिन दाम फिर भी नही बढ़ेगा।

राजाराम, रैक्सिस स्पोटर्स

Posted By: Inextlive