वेस्ट बंगाल के बर्धमान डिस्ट्रिक्ट में ब्लास्ट केस में एक्यूज्ड शाहनूर आलम को नेशनल इंवेस्टिगेशन एंजेंसी ने फ्राइडे नाइट असम के नलबाड़ी डिस्ट्रिक्ट से सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज की हेल्प से अरैस्ट कर लिया.


शाहनूर आलम के बारे में कहा जाता है कि वो टैरेरिस्ट ग्रुप जमात-उल-मुजाहिदीन बंगलादेश से रिलेटेड है. इसी ग्रुप के इंडियन मोड्यूल के लिए आलम ने मॉनिटरी अरेंजमेंट किए थे. एनआईए काफी टाइम से आलम की तलाश में थी. आलम पर शक उस टाइम हुआ जब उसका नाम बर्धमान ब्लास्ट केस में अरैस्ट हुए कल्पिट्स से इंवेस्टिगेशन और उनके कॉल रिकॉर्ड में सामने आया था.
लास्ट 2 अक्टूबर को हुए ब्लास्ट में एनआईए की इंवेस्टिगेशन टीम को एक अन्य कल्पिट साजिद के अरेस्ट के बाद उससे इंट्रोगेशन के दौरान आलम के बारे में हिंट मिला था. इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने लास्ट मंथ आलम की वाइफ को भी अरैस्ट कर लिया था, लेकिन आलम ब्लास्ट के बाद से ही फरार था. ऑफीशियल र्सोसेज के अकॉर्डिंग एनआईए, असम पुलिस और सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसीज के साथ उन एरियाज में आलम की सर्च कर रही थी, जहां उसके छिपे होने का डाउट था. फाइनली असम में उन्होंने नलबाड़ी डिस्ट्रिक्ट से उसे अरैस्ट किया.


डॉक्टर के नाम से फेमस आलम असम के बारपेटा डिस्ट्रिक्ट के चताला विलेज का रहने वाला है. उस पर डाउट है कि उसने जेएमबी के इंडियन मोड्यूल के लिए पैसे का अरेंजमेंट किया था. एनआईए ने उसके बारे में इंफार्मेशन देने वाले को पांच लाख रुपये का ईनाम देने का अनाउंसमेंट कर रखा था.

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Posted By: Molly Seth