बुरहान वानी नहीं इन पांच कश्मीरियों पर है हमें नाज
पहला कश्मीरी IAS नेशनल टॉपर
फैज़ल पर पूरे देश के साथ साथ कश्मीर को नाज़ है। कश्मीर के नाम पर केवल आतंक से जूझ रही जनता, गुमराह नौजवान की तस्वीर ही सामने उभर कर आती है। ऐसे में फैज़ल की सफलता ने कश्मीरी युवकों की एक नई तस्वीर दुनियां के सामने रखी है। कुपवाड़ा में रहने वाले छात्र शाह फैज़ल ने 2009 में आईएएस परीक्षा में नेशनल टॉप किया था। वह पहले ऐसे कश्मीरी हैं जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में नेशनल टॉपर का स्थान हासिल किया। फैजल के लिए सिविल सेवा परीक्षा में अव्वल आना कोई आसान राह नहीं थी। पेशे से डॉक्टर फैजल के पिता की 2002 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। इसके बावजूद उन्होने हार नहीं मानी और आईएएस ऑफिसर का सपना पूरा किया।
सबसे युवा कश्मीरी आईएएस ऑफिसर
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में रहने वाले 22 वर्षीय अतहर आमिर राज्य के सबसे युवा आईएएस ऑफिसर बने हैं। अतहर ने 2015 में सिविल सेवा परीक्षा में देश में दूसरा स्थान हासिल किया था। हालांकि इससे पहले 2014 में भी वह इस एग्जॉम में बैठे थे लेकिन उस समय आमिर की रैंक 560 थी ऐसे में उन्होंने एक साल और मेहनत की, तब कहीं दूसरा स्थान मिल पाया। अतहर ने हिमाचल प्रदेश की आईआईटी से इंजीनियरिंग किया हुआ है और अब वह आईएएस ऑफिसर बनकर देश-सेवा करेंगे।
बेहतरीन संतूर वादक पं.शिवकुमार शर्मा
अगर आप इंडियन क्लॉसिकल म्यूजिक के दीवाने हैं तो पं. शिवकुमार शर्मा का नाम जरूर सुना होगा। वह भारत के सबसे बेहतरीन संतूर वादक हैं। संतूर जम्मू-कश्मीर का फोल्क म्यूजिकल इंस्ट्रमेंट है। कश्मीर में पैदा हुए पं.शिवकुमार बचपन से ही संगीत में डूबे हुए थे। मुंबई में 13 साल की उम्र में पं.शिवकुमार ने अपनी पहली परफॉर्मेंस दी थी।