छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: बर्मामाइंस थाना क्षेत्र में चार अप्रैल को दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने पर ममेरे भाई विक्रम दास ने ही पांच वर्षीय बहन की हत्या चाकू से गोदकर कर दिया था। यही नहीं पहचान छिपाने के लिए आरोपी विक्रम दास ने बच्ची का ताबीज व हाथ का कड़ा को निकाल कर बगल के ही झाड़ी में छिपा दिया था। पुलिस ने बच्ची की हत्या के आरोपी विक्रम दास को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में विक्रम दास ने ममेरी बहन की हत्या की बात स्वीकार कर लिया।

एसएसपी ने दी जानकारी

शुक्रवार को एएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि घटना के पहला दिन से ही पुलिस को आरोपित पर शक था, क्योंकि पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि जहां पर बच्ची का शव मिला वहां से विक्रम दास को निकलते देखा गया था। इस आधार पर पुलिस आरोपी को एक दिन पूछताछ के लिए थाने पर लेकर आयी, लेकिन बस्तीवासियों ने थाना पर ही हंगामा कर दिया। जिसके कारण पुलिस पूरी तरह साक्ष्य जुटाने में जुट गयी। पुख्ता साक्ष्य मिलते ही पुलिस विक्रम दास को उठा लिया।

पूछताछ में टूट गया आरोपी

जब पुलिस पूछताछ की तो विक्रम टूट गया और हत्या की बात स्वीकार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपित विक्रम दास दो माह पूर्व में भी बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया था, लेकिन सफल नहीं होने पर वह दुबारा घटना को अंजाम दिया था। जब दूसरा बार दुष्कर्म में असफल हो गया तो वह अपना पहचान छिपाने के लिए चाकू से बच्ची की हत्या कर दिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपित इतना चालाक था कि पुलिस या अन्य लोगों को उस पर शक न हो इसके लिए वह परिवार के लोगों के साथ बच्ची को खोजने में लगा रहा। पुलिस को बरगलाने के लिए वह ताबीज व कड़ा को दूसरे स्थान पर छिपा दिया था। पुलिस ने झाड़ी से खून लगा चाकू, दो चांदी का कड़ा बरामद कर लिया।

पुलिस के लिए थी चुनौती

एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि पांच वर्षीय बच्ची की हत्या से पुलिस खुद परेशान थी। इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए सिटी एसपी प्रभात कुमार व सिटी डीएसपी अनुदीप सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें थाना प्रभारी बर्मामाइंस, प्रमोद कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी टेल्को शंकर ठाकुर, थाना प्रभारी परसुडीह अनिमेष गुप्ता, थाना प्रभारी बिरसानगर उपेंद्र नारायण सिंह तथा बर्मामाइंस थाना के सहायक अवर निरीक्षक रविकांत सिंह को शामिल किया गया। यह टीम दिन रात उस बस्ती में रहने वाले एक-एक व्यक्ति से पूछताछ किया। क्योंकि पुलिस को पुख्ता जानकारी मिल गयी थी कि बच्ची की हत्या में घर के आसपास के ही लोग शामिल हैं। इस आधार पर पुलिस एक-एक व्यक्ति से पूछताछ करना शुरू कर दिया। इस काम में पुलिस कई बार विरोध का सामना करना पड़ा, इसके बावजूद पुलिस बिना विचलित हुए बारी-बारी से पूछताछ करता रहा। पूछताछ के क्रम में ही पुलिस विक्रम दास पर शक हो गया था, क्योंकि घटना के दिन वह कहां था। इसी बात में वह पूछताछ में दो जगह का नाम बता दिया। जब पुलिस उक्त स्थान पर जाकर पूछताछ किया तो विक्रम दास वहां गया ही नहीं था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

Posted By: Inextlive